जयपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की पुण्यतिथि के मौके पर दौसा में राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट के साथ प्रदेश के 15 मंत्रियों सहित 62 विधायकों की मौजूदगी से राज्य के सियासी गलियारों में कयासों का दौर शुरू हो गया है। इस मौके पर मौजूद 62 विधायकों में से चार बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के और चार निर्दलीय विधायक शामिल थे। इन चार निर्दलीय विधायकों ने इस वर्ष मार्च में कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। इस मौके पर सीएम अशोक गहलोत की गैर मौजूदगी राजस्थान कांग्रेस में बढ़ती गुटबाजी को प्रदर्शित करती है। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से चेतावनी के बाद भी यह गुटबाजी बंद नहीं हो रही है। राजेश पायलट का 11 जून, 2000 को एक सड़क दुर्घटना में देहांत हो गया था। एक दिग्गज कांग्रेसी नेता ने बुधवार को मीडिया से कहा है कि, "इसे पायलट कैंप के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा सकता है, जो लोकसभा चुनाव में पार्टी के शर्मनाक हार के बाद बढ़ता और मजबूत होता जा रहा है।" उन्होंने कहा है कि, "उसके बाद से विधायक दबे व मजबूत स्वर में सीएम के तौर पर पायलट को प्रमोट कर रहे हैं।" एक अन्य कांग्रेसी नेता ने कहा है कि, "गहलोत सभी विषमताओं के बाद भी सीएम के तौर पर आराम की स्थिति में दिख रहे हैं। यह तीन दिन पहले साबित हो गया था, जब वह चुपचाप सीएम के आवास में शिफ्ट हो गए।" सोनिया और प्रियंका पहुंची रायबरेली, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सुनाई खरी-खरी जैसे मुट्ठी से सरकती है बालू, वैसे ही ममता के हाथ से सरक रहा बंगाल- शिवसेना आज दरवेश के घर जा सकते हैं अखिलेश यादव, मायावती ने भाजपा सरकार पर बोला हमला