जयपुर : राजस्थान में हालिया उप चुनावों के नतीजों को विधानसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है और इसी कारण राजनीतिक उठा-पटक प्रदेश में तेज हो चुकी है. दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव में मिली जीत से खुश कांग्रेस में सबसे ज्यादा गहमा गहमी है. इसी क्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बंगले पर गुरुवार को आयोजित चाय-पार्टी के जरिये कुल मिलाकर कांग्रेस हाईकमान को राज्य में उनकी मौजूदगी का फिर एहसास दिलाया. पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के सम्मान में दी गई इस चाय-पार्टी में कांग्रेस के अधिकांश दिग्गज नेताओ जैसे सांसद, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री, प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी, जिला कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष व अन्य वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की. बिहार के पूर्व राज्यपाल जगन्नाथ पहाडि़या और गुजरात की पूर्व राज्यपाल श्रीमती कमला भी इस चाय-पार्टी में शामिल थी. चाय-पार्टी के बाद कांग्रेसी दिग्गजों ने फिर अपना मुँह खोला है, उनके अनुसार गहलोत ने इस चाय-पार्टी के माध्यम से पार्टी नेतृत्व को यह संदेश देने की कोशिश की है कि राज्य के अधिकांश कांग्रेसी नेता अब भी उनके साथ हैं, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल पहले भी जयपुर आती रही हैं, लेकिन गहलोत ने पहले कभी इस तरह का आयोजन नहीं किया, लेकिन अब उप चुनावों में जीत का श्रेय लेने में जुटे पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट को राजनीतिक मात देने और पार्टी नेतृत्व को संदेश देने के लिहाज से यह चाय-पार्टी आयोजित की गई. चाय-पार्टी के बाद गहलोत ने कांग्रेसी नेताओं से बंद कमरे में व्यक्तिगत बातचीत भी की. गौरतलब है कि राजस्थान में तक़रीबन 9 महीने बाद चुनाव है और राहुल गाँधी के लाख समझाने के बावजूद कांग्रेस नेता कभी भी एकल राजनीती और एक दूसरे की टांग खींचने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देते और उनकी यही पुरानी आदत पार्टी को हाशिये पर ले आई है. सीएम वसुंधरा राजे ने चुप्पी तोड़ी थरूर ने की भाजपा की आलोचना राफेल पर तकरार जारी