गुवाहाटी: असम में जापानी बुखार यानी जापानी इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) का प्रकोप देखने को मिल रहा है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि असम में जापानी इंसेफेलाइटिस (JE) की वजह से तीन और लोगों ने दम तोड़ दिया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, असम ने अपने बयान में कहा है कि बीते 24 घंटों के दौरान JE के चलते करीमगंज में दो और शिवसागर में एक शख्स की मौत हुई है। बताया गया कि इन मौतों के साथ राज्य में JE की वजह से कुल 16 लोगों की जान गई है। असम में 1 जुलाई से अब तक JE के कुल 121 केस दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा, JE के तीन नए केस धेमाजी में, दो नए मामले मोरीगांव में और एक डिब्रूगढ़ में मिला हैं। बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, असम में 2021 सितंबर तक 435 केस Acute encephalitis syndrome (AES) के दर्ज किए गए थे, जिनमें से 80 मरीजों की जान चली गई थी। वहीं JE के 212 केस सामने आए थे, जिनमें से 39 मरीजों की जान गई थी। गत वर्ष सितंबर तक देश में AES और JE से होने वाली मौतों में असम की हिस्सेदारी क्रमश: 60.15 फीसद और 76.47 फीसद रही थी। बता दें कि जापानी इंसेफेलाइटिस एक गंभीर बीमारी है। यह एशिया और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में संक्रमित मच्छरों द्वारा फैले वायरस की वजह से होता है। JE वायरस मच्छर से फैलने वाले वायरस के एक समूहों में से एक है, जो मस्तिष्क की सूजन (एन्सेफलाइटिस) की वजह बन सकता है। जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस (JEV) भारत में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) की मुख्य वजह है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 2014 से 2020 के बीच असम में AES और JE संक्रमण की वजह से 2 हजार 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। आंकड़ों के मुताबिक, असम में 2014 में JE और AES के चलते 525, 2015 में 395, 2016 में 279, 2017 में 265, 2018 में 277, 2019 में 514 और 2020 में 147 लोगों की मौत हुई थीं। सपा MLA धर्मराज यादव के भाई का घर कुर्क, भतीजे अरुण पर दर्ज है गैंगस्टर एक्ट उत्तराखंड में औद्योगिक और सीवरेज प्रदूषण उन्मूलन परियोजनाओं का अनावरण करेंगे पुष्कर धामी नैनो यूरिया को किसानों द्वारा व्यापक रूप से स्वीकार किया जाएगा: मंडाविया