गुवाहाटी: असम में 3.90 लाख से अधिक लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं तथा समग्र स्थिति गंभीर बनी हुई है। अधिकारियों ने बताया है कि हालांकि राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश कम होने से बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार हुआ है, लेकिन 19 जिले अभी भी प्रभावित हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष बाढ़, भूस्खलन और तूफान में मरने वालों की संख्या 37 तक पहुंच गई है, जबकि एक व्यक्ति लापता है। शुक्रवार शाम तक कामरूप, तामुलपुर, हैलाकांडी, उदलगुड़ी, होजाई, धुबरी, बारपेटा, विश्वनाथ, नलबाड़ी, बोंगाईगांव, बक्सा, करीमगंज, दक्षिण सलमारा, ग्वालपाड़ा, दारंग, बाजाली, नागांव, कछार और कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिलों में कुल मिलाकर 3,90,491 लोग प्रभावित रहे। प्रभावित लोगों की संख्या गुरुवार को 4.09 लाख से मामूली रूप से कम हुई, हालांकि बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या वही रही। करीमगंज सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 2.40 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। शुक्रवार शाम को प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, खतरे के स्तर से ऊपर बहने वाली प्रमुख नदियों में कम्पुर और धरमातुल में कोपिली, बीपी घाट में बराक और करीमगंज में कुशियारा शामिल हैं। 100 से अधिक राहत शिविर खोले गए हैं, जिनमें 15,000 से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं, जबकि 125 राहत वितरण केन्द्र भी कार्यरत हैं। अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न जिलों में मकान, पशुशालाएं, सड़कें, पुल, तटबंध और अन्य बुनियादी ढांचे प्रभावित हुए हैं या क्षतिग्रस्त हुए हैं। 'MP में भगवान राम और कृष्ण से जुड़े स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेगी सरकार': मोहन यादव दिल्ली में तो पानी फ्री था ? अब बूँद-बूँद को तरस रहे लोग, जल मंत्री आतिशी मार्लेना भूख हड़ताल पर बैठीं, सिर्फ 'पानी' पी रहीं ! शिवराज सिंह चौहान के क्षेत्र में अचानक 'गायब' हो गई नहर, अफसर भी रह गए दंग