गुवाहाटी: असम विधानसभा चुनाव में भाजपा एक बार फिर एकतरफा जीत हासिल करती दिखाई दे रही है. असम में भाजपा गठबंधन पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर रहा है, जबकि कांग्रेस गठबंधन एक बार फिर अपने पुराने आंकड़े पर सिमटता हुआ नज़र आ रहा है. पीएम मोदी का चेहरा और 5 वर्ष में हुए विकास कार्य भाजपा की वापसी का महत्वपूर्ण कारण बने, जबकि कांग्रेस गठबंधन की सत्ता में वापसी के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की कोशिशों पर पानी फिरता नजर आ रहा है. कहा जा रहा है कि असमवासियों को प्रियंका गांधी का चायपत्ती तोड़ना पसंद नहीं आया है. असम विधानसभा चुनाव की कुल 126 सीटों पर चुनाव हुए हैं. अब तक के रुझानों में भाजपा गठबंधन 85 सीटों पर बढ़त बनाए हुए जबकि कांग्रेस गठबंधन को 40 सीटें मिलती नज़र आ रही हैं. वहीं, अन्य के खाते में 2 सीटें जाती दिखाई दे रही है. ऐसे में एक तरह से भाजपा पिछले चुनाव की तरह ही परिणाम दोहराती नजर आ रही है. वहीं, कांग्रेस का इस बार AIUDF, बीपीएफ और लेफ्ट पार्टी के साथ गठबंधन करना कोई काम नहीं आया. असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बागडौर प्रियंका गांधी ने संभाल रखी थी. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उन्होंने असम चुनाव की जिम्मेदारी दे रखी थी. बघेल असम में डेरा डाले हुए थे और उन्होंने अपने राज्य के सभी नेताओं को लगा था. इसके बाद भी बघेल और प्रियंका की कोशिश काम नहीं आ सकी . हालांकि, प्रियंका गांधी ने यहां पूरी ताकत झोंक दी थी, फिर भी पार्टी की हालत कमज़ोर दिखाई दे रही है. कोरोना के बीच SBI ने करोड़ों ग्राहकों को दी बड़ी राहत, मिलेगी ये सुविधा सीएम केजरीवाल का बड़ा ऐलान, दिल्ली में एक सप्ताह और बढ़ाया गया लॉकडाउन कोरोना महामारी के बीच मोदी सरकार को बड़ी राहत, रिकॉर्ड हाई पर जा पहुंचा GST कलेक्शन