गुवाहाटी: असम (Asam) के कई ‘मदरसों’ का आतंकी संगठनों (Terrorist Organization) से लिंक सामने आने के बाद उनके ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जोरों पर है। जी दरअसल असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने हाल ही में एक बयान दिया है। इसमें उन्होंने कहा- 'असम समझौते और असम में अवैध मदरसों पर यूपी की तरह सर्वे नहीं होगा, अवैध मदरसों के खिलाफ सख्त करवाई की जाएगी। जिन मदरसों में जिहाद का काम चल रहा है वह अलकायदा के कार्यालय है।' इसी के साथ उन्होंने कहा- 'हमारे असम के आदिवासी समाज में काफी दिन से एक एक्सप्लाइटेशन की फीलिंग थी, इस वजह से 8 गुटों का जन्म हुआ, आज यह समझौता ऐतिहासिक साबित होगा। इस समझौते से इलाके में काफी शांति आएगी। समस्या का समाधान होगा। जिन मदरसों में जिहाद का काम चल रहा है वह अलकायदा के कार्यालय हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। सरकारी मदरसों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। आगे जो धार्मिक मदरसा चला रहे हैं उसमें बेहतर शिक्षा के लिए भी हम उनके संचालकों से बात कर रहे हैं। ' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, 'मदरसा शिक्षा में जिहाद का काम ना हो देश प्रेम की भावना जगे। मदरसा शिक्षा प्रक्रिया में रिफार्म लाया जाएगा। यूपी और असम में अलग-अलग स्थिति हैं, हमने अवैध मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की है यूपी की तरह असम में सर्वे का काम नहीं होगा कार्रवाई होगी।' आप सभी को पता हो हाल ही में कुछ दिन पहले सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने सांसद असुरुद्दीन पर निशाना साधते हुए भी एक बयान दिया था। इसमें उन्होंने कहा था कि मुस्लिम समुदाय के लोग ही इन मदरसों को नष्ट कर रहे है। जी दरअसल उनका कहना है कि उन्हें एक भी ऐसा मदरसा नहीं चाहिए जिनमें अलकायदा के कार्यालय हो साथ ही और अगर ओबेसी चाहे तो वह यहां आ सकते है और असम के लोगों को समझा सकते है कि इन मदरसों को अलकायदा का कार्यालय ही रहने दें। राखी को फिर मिला प्यार में धोखा! बॉयफ्रेंड ने ठुकराया शादी का प्रपोजल तमिलनाडु में शुरू हुई फ्री ब्रेकफास्ट योजना, CM स्टालिन ने विद्यार्थियों संग किया नाश्ता अब पत्रकार को मिली 'सर तन से जुदा' की धमकी, कट्टरपंथियों का लगातार निशाना बन रहे 'हिन्दू'