गुवाहाटी: असम में हिमंत बिस्व सरमा सरकार के धर्मान्तरण के मामले में सख्त रुख के बाद भी चोरी-छिपे धर्मान्तरण कराने की गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। इस बीच असम पुलिस ने गुरुवार (29 जुलाई 2021) को ईसाई मिशनरी रंजन सूतिया (Ranjan Chutia) को असम के डिब्रूगढ़ जिले में जबरन धर्म परिवर्तन की गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में अरेस्ट कर लिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, डिब्रूगढ़ पुलिस ने ईसाई धर्म प्रचारक रंजन सूतिया को मोरन स्थित उसके चिकित्सा केंद्र से अरेस्ट किया है। धर्म परिवर्तन के लिए रंजन, श्रीमंत शंकर देव की धार्मिक और सांस्कृतिक कृतियों का गलत इस्तेमाल करता था। इस मामले में हिंदू युवा छात्र परिषद ने मोरन थाने में ईसाई धर्म प्रचारक के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि रंजन सूतिया ने धर्म परिवर्तन के लिए श्रीमंत शंकरदेव की धार्मिक और सांस्कृतिक रचनाओं का गलत इस्तेमाल करते हुए बोरगीत, नाम, घुशा (असमिया धार्मिक भक्ति गीत) को वापस अपने ढंग से बनाया था। ईसाई मिशनरी ने इन वैष्णव भक्ति गीतों में ईसा मसीह का नाम जोड़ने के लिए गानों को ही बदल डाला था। रंजन सूतिया सहित अन्य मिशनरी मिलकर कथित रूप से ‘वर्ल्ड हीलिंग प्रेयर सेंटर’ नाम से एक प्रार्थना घर चला रहे हैं। यहाँ पर ईसा मसीह की ताकत से मरीजों को चंगा करने के बहाने उनका ब्रेनवाश किया जाता था। इसके माध्यम से इन मिशनरियों ने हजारों हिंदुओं का ब्रेनवाश कर उन्हें ईसाई बना दिया गया। स्थानीय संगठनों का आरोप है कि रंजन सूतिया ने स्वास्थ्य और आर्थिक सहायता के नाम पर हजारों लोगों का धर्मान्तरण करवाया है। हिंदू युवा छात्र परिषद के महासचिव बाबुल बोरा ने राज्य सरकार से मिशनरियों की जघन्य धर्मान्तरण कराने की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए इस मामले में दखल देने की माँग की है। अगस्त 2022 तक चालू होगा गोवा का नया हवाई अड्डा लगातार 13वें दिन भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत, जानिए आज का दाम सीईए ने कहा- "जीएसटी दर संरचना का युक्तिकरण सरकार के एजेंडे में..."