विश्व भर में कोरोना संक्रमण के एक बार फिर नियंत्रित होने के बीच बच्चों का टीकाकरण करने की तैयारी पर जोर दिया जा रहा है। ब्रिटेन की ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी ने पहली बार कोरोना वैक्सीन का बच्चों के ऊपर ट्रायल आरम्भ किया था, जिस पर एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों में खून के थक्के बनने की खबरें आने के पश्चात् रोक लगा दी गई है। एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों में खून के थक्के जमने की जानकरी आई हैं। यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी ने वैक्सीन तथा ब्लड क्लॉट्स के बीच संबंध उपस्थित होने की बात कही है। यूरोपीय मेडिसीन एजेंसी के एक उच्च अफसर ने दावा किया, मेरे विचार में हम अब बोल सकते हैं कि वैक्सीन के साथ संबंध है, किन्तु हमें अभी नहीं पता है कि इस रिएक्शन की क्या वजह है। अगले कुछ घंटों में हम कह सकेंगे कि संबंध है, किन्तु हमें अभी भी समझ नहीं है कि ये कैसे होता है। हाल के दिनों में ये प्रश्न सामने आया है कि एस्ट्राजेनेका का कोरोना वैक्सीन उपयोग करने वाले लोगों में दुर्लभ मगर गंभीर ब्लड क्लॉट्स के मामले आम आबादी के मुकाबले ज्यादा तो नहीं है। एस्ट्राजेनेका कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों में खून के थक्के जमने की खबरें आने के पश्चात् ब्रिटेन में बच्चों के ऊपर परीक्षण करने से प्रतिबंध लगा दिया है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने मंगलवार को एक बयान जारी कर बताया कि वयस्कों में खून थक्के जमने की रिपोर्ट की समीक्षा की जा रही है। जब तक इसकी वजहों का पता नहीं चल जाता, तब तक बच्चों को एस्ट्राजेनेका कोरोना वैक्सीन नहीं दी जाएगी। कोरोना ने पिछले 1 साल में इटली में लगभग दस लाख नौकरियों को पहुंचाया नुकसान ईरान ने यूक्रेन विमान दुर्घटना के लिए 10 अधिकारियों को ठहराया दोषी यूरोपीय संघ तुर्की के साथ एजेंडे पर करेगा काम