काबुल: कुछ दिनों से दुनियाभर में अपराध के मामलों ने और भी ज्यादा तेजी पकड़ ली है, हर दिन इन बढ़ती जा रही जुर्म की बातों ने आम जनता का जीवन दोहरी समस्याओं में दाल दिया है, वहीं इस बढ़ते अपराध की बातों के बीच हर एक व्यक्ति का जीवन और भी बर्बादी की कगार पर आ चुका है. ओरे अब तो हर किसी के जुबान पर एक ही सवाल है कि क्या आज हम अपने घरों में सुरक्षित है भी या नहीं. वहीं आज हम आपको एक ऐसी घटना बताने जा रहे है जिसने लोगों को और भी सतर्क रहने और खुद को सुरक्षित रखने के लिए अलर्ट करने के साथ परेशानी में डाल दिया है, वहीं अफगानिस्तान के जाबुल में शनिवार को हुए एक विस्फोट में सात लोग घायल हो गए हैं, इसमें पांच आम नागरिक भी शामिल हैं। जंहा कुछ समय पहले भी अफगान की राजधानी काबुल के दश्त-ए-बारची के पुल-ए-खोश्क क्षेत्र में हुए आत्मघाती हमले में कम से कम 18 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 57 अन्य जख्मी हुए हैं। इस घटना में कई बच्चे भी मौजूद है, मिली जानकारी के अनुसार गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारीक एरियन के हवाले से बताया कि धमाके में कम से कम 18 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। वहीं इस बात का पता चला है कि धमाका पश्चिमी काबुल के शिया बाहुल्य क्षेत्र में स्थित प्रशिक्षण केंद्र के निकट हुआ। तारीक एरियन ने कहा कि हमलावर को सुरक्षा बलों ने केंद्र में जबर्दस्ती घुसने का प्रयास करने के दौरान रोका तो उसने खुद को उड़ा लिया। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) ने इस धमाके की जिम्मेदारी ले चुके है। तालिबान ने इस हमले में किसी भी तरह का संबंध होने की बात नकार दी जा चुके है। इससे पहले अगस्त 2018 में हुए इसी तरह के हमले की जिम्मेदारी आईएस से संबंधित संगठन ने ली थी। इस हमले में 34 विद्यार्थियों की जान जा चुकी है। At least seven people, including five civilians, were wounded in an explosion in Zabul today: TOLOnews #Afghanistan ANI (@ANI) November 7, 2020 धोखाधड़ी के केस को लेकर ईडी ने गोवा में की तलाशी, मिली ये अहम जानकारी भारत में कोरोना के बिगड़ रहे फिर हाल, लगातार बढ़ रहा संक्रमण का वार विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ हिंदुओं को निशाना बनाकर की हिंसा