नया साल आने पर हर कोई इसे अपने तरीके से मनाता है। कोई पार्टी करता है, कोई आतिशबाजी करता है, और कोई अपने परिवार और दोस्तों के साथ वक्त बिताता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, कुछ देशों में नए साल के जश्न का तरीका काफी अलग और मजेदार है? इन देशों में लोग रंगीन अंडरवियर पहनकर नए साल का स्वागत करते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ देशों के बारे में और उनकी इस अनोखी परंपरा के पीछे का कारण। ब्राजील: समुद्र तट पर सफेद कपड़े और रंगीन अंडरवियर: ब्राजील में नए साल की पूर्व संध्या पर लोग समुद्र तट पर इकट्ठा होते हैं और सफेद कपड़े पहनते हैं। सफेद रंग यहां शांति का प्रतीक माना जाता है। इसके बाद लोग समुद्र में सात छलांग लगाते हैं, इस दौरान वे अपनी मनोकामनाएं करते हैं। इन सबके बाद, ब्राजील के लोग रंग-बिरंगी अंडरवियर पहनते हैं, जिसका हर रंग अलग-अलग शुभकामनाओं का प्रतीक होता है। यह परंपरा सालों से चली आ रही है और यहां के लोग इसे बड़े उत्साह के साथ मानते हैं। बोलीविया: लाल अंडरवियर से प्यार की कामना: बोलीविया में भी नए साल की पूर्व संध्या पर रंगीन अंडरवियर पहनने की परंपरा है। यहां लोग खासकर लाल रंग की अंडरवियर पहनते हैं। लाल रंग को यहां प्यार और रिश्तों का प्रतीक माना जाता है। लोग मानते हैं कि नए साल पर लाल अंडरवियर पहनने से उनके जीवन में प्यार और खुशियां आएंगी। इसलिए, जो लोग अपने जीवन में प्यार की तलाश में हैं, वे इस खास परंपरा को निभाते हैं। वेनेजुएला: पीले रंग से धन की प्राप्ति की इच्छा: वेनेजुएला में नए साल का जश्न भी अपने अलग अंदाज में मनाया जाता है। यहां लोग पीले रंग की अंडरवियर पहनते हैं। पीले रंग को धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। यहां के लोग मानते हैं कि नए साल की रात पीले रंग की अंडरवियर पहनने से आने वाले साल में आर्थिक स्थिति बेहतर होती है। यह परंपरा वहां के लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है और वे इसे पूरे विश्वास के साथ निभाते हैं। इस अनोखी परंपरा की शुरुआत कहां से हुई?: इस परंपरा की असल शुरुआत कब और कैसे हुई, इसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं है। लेकिन कुछ मान्यताओं के अनुसार, यह परंपरा प्राचीन रोम से आई हो सकती है, जहां लाल रंग को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता था। वहीं, कुछ लोग कहते हैं कि यह परंपरा अफ्रीका से आई है, जहां लाल रंग का उपयोग बुरी नजर से बचने के लिए किया जाता था। अभिषेक-अमिताभ ने खरीदे 10 फ्लैट, कीमत उड़ा देगी होश उद्धव ने अपने भतीजे के खिलाफ भी उतार दिया उम्मीदवार, भूले राज ठाकरे की दरियादिली अमित शाह से मिले उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर को जल्द मिल सकता है राज्य का दर्जा