नई दिल्ली : दुनियाभर में 13 नंबर को अशुभ माना जाता है लेकिन वहीं अटल जी इस संख्या को अपने लिए शुभ मानते थे. दुःख की बात तो ये है भारत रत्न और देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 16 अगस्त को दुनिया छोड़कर चले गये जिससे सारा देश शोक में डूबा हुआ है और भारत की जनता उनके दुःख में डूबी हुई है. इसमें खास बात तो ये है कि तीन बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले अटल बिहारी वाजपेयी का 13 नंबर से कुछ खास जुड़ाव हो चुका था. 13 संख्या का उनके जीवन में आना उनके लिए जैसे शुभ हो गया था. इस महाकवि ने पहले ही कर दी थी अटल की मौत की भविष्यवाणी कहा जाता है 13 नंबर को दुनिया अशुभ मानती है उसी नंबर को अटलजी शुभ मानते थे. बता दें, पहली बार 1996 में जब वह प्रधानमंत्री बने तो उनकी सरकार 13 दिन ही चल पाई थी उसके बाद उन्हें त्याग पत्र देना पड़ा था. इसके बाद 1996 में 13 मई को ही उन्होंने पीएम पद की शपथ ली थी. इतना ही नहीं दूसरी बार जब अटल प्रधानमंत्री बने तो उनकी सरकार 13 महीने चल पाई. इसके बाद वो 13 महीने बाद सत्ता में लौटे और 13 दलों के साथ मिलकर फिर से सरकार बनाई. पाकिस्तानी जनता के दिलों में भी बसते थे अटल जी दो बार के बाद तीसरी बार 1999 में 13 अक्टूबर को उन्होंने प्रधानमंत्री की शपथ ली और पांच साल के लिए देश की बागडोर उनके हाथ में आ गई. इतना ही नहीं अटल सरकार ने पोखरण परमाणु विस्फोटक भी 11 और 13 मई को ही करवाया था. इन सब के बाद अटलजी 13 नंबर को शुभ मानाने लगे लेकिन 2004 के चुनाव में उनके लिए यह नंबर अशुभ साबित हुआ. उनके जानकारों का कहना है कि वह जब भी होटल जाते थे तो वहां भी 13वीं मंजिल और कमरा भी 13 नंबर ही ढूंढते थे. खबरें और भी.. वाजपेयी जी ने ही मुझे शाशन और संगठन के महत्वपूर्ण पहलू समझाए थे : पीएम मोदी जब अटल जी के लिए दिलीप कुमार ने नवाज़ शरीफ को लगाई थी फटकार