अजमेर. राजस्थान राज्य में अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिस्ती का वार्षिक उर्स प्रारम्भ हो चूका है. अजमेर में 805 वे उर्स के मौके पर दरगाह में ख्वाजा गरीब नवाज के चाहने वाले उन्हें चादर पेश कर रहे है. सभी आम और खास लोग अपनी अकीदत के अनुसार चादर पेश कर रहे है. इस फेहरिस्त में एक और नाम शामिल है पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह का. उर्स के पर्व के पहली चादर इन्होंने ही पेश की. इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चादर पेश करी थी. बता दे कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की चादर उनके निजी सचिव शिव कुमार के सुपुत्र लेकर आए. साथ ही ख्वाजा गरीब नवाज के दर पर उन्होंने चादर पेश कर वाजपेयी के बेहतर स्वास्थ्य की कामना की गई. साथ ही देश में अमनचैन और भाईचारे की दुआ मांगी गई. इसके बाद चादर पेश करने के बाद बुलंद दरवाजे के करीब वाजपेयी का सन्देश भी पढ़ा गया. इस सन्देश में वाजपेयी ने देश में भाईचारा, तरक्की और आतंकवाद की समाप्ति के लिए ख्वाजा गरीब नवाज से प्रार्थना की. राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह की ओर से उनके परिसहाय जयदेव और सूचना जनसम्पर्क अधिकारी डॉ महेश ने चादर ख्वाजा के दरबार में पेश की. फूल पेश करने के साथ ही राज्यपाल की ओर से दरगाह में राज्य की खुशहाली की दुआ मांगी गई. ये भी पढ़े मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में असीमानंद होंगे रिहा अजमेर बम धमाके में 2 दोषियों को आजीवन कारावास अजमेर ब्लास्ट के दोषियों को अब 22 मार्च को मिलेगी सजा