लखनऊ: उमेश पाल मर्डरकेस में बेटे असद और शूटर गुलाम के मारे जाने के पश्चात् माफिया अतीक अहमद टूट चुका है। अतीक ने कबूल कर लिया है कि उसने ही क़त्ल का षड्यंत्र रचा था। रिमांड कॉपी के अनुसार, अपराधी अतीक अहमद ने 12 अप्रैल 2023 को पुलिस को अपने बयान में बताया कि मैंने उमेश पाल हत्याकांड का पूरा षड्यंत्र जेल में बैठकर रचा। रिमांड कॉपी के अनुसार, अतीक ने पत्नी शाईस्ता से मुलाकात के चलते नए मोबाइल फोन और सिम प्रदान करवाने को बोला था तथा उस सरकारी आदमी का नाम भी बताया था, जिसके हाथ ये मोबाइल और सिम जेल में पहुंचेंगे। इसके साथ ही जेल में बंद अशरफ को भी मोबाइल और सिम प्रदान करवाये गए थे। रिमांड कॉपी के अनुसार, अतीक ने पुलिस को बताया कि हमने जेल से उमेश के क़त्ल का षड्यंत्र तैयार किया, साथ ही शाईस्ता ने खबर दी थी कि उमेश के साथ 2 गनमैन रहते हैं, सबसे पहले उमेश पाल की सुरक्षा में तैनात पुलिस वालों को मारने का आदेश था, यानी पुलिस वालों पर हमला पहले से तय किया गया था। यानी अब स्पष्ट हो गया है कि उमेश पाल मर्डरकेस में अतीक एवं अशरफ तो सम्मिलित ही थे, साथ ही शाइस्ता परवीन की भूमिका भी महत्वपूर्ण थी। फिलहाल शाइस्ता परवीन फरार है और उसे पकड़ने के लिए कई टीमें गठित हैं। प्रयागराज पुलिस के पास इनपुट है कि शाइस्ता अपने बेटे असद के ज़नाजे में सम्मिलित हो सकती है। इसको लेकर टीमें अलर्ट हैं। वहीं अतीक अहद अपने बेटे असद के ज़नाजे में सम्मिलित होने के लिए गिड़गिड़ा रहा है। 1979 में पहला कत्ल करने वाले अतीक को अनुमान भी नहीं रहा होगा कि जिस असद को वो अपने अपराध की सल्तनत का साहिबाजादा बनाना चाहता है, उसे आखिरकार इसी दोगज जमीन में दफ्न होकर माफियागीरी की कीमत चुकानी पड़ेगी। प्रयागराज के कसारी मसारी क्षेत्र के कब्रिस्तान में असद की कब्र खोदी गई है। अतीक का बेटा जहां दफनाया जा रहा है, वहां से अतीक अहमद केवल 20 मिनट की दूरी पर है, मगर सैकड़ों लोगों को रुलाने वाला अतीक अब रोकर भी अपने बेटे को अंतिम बार नहीं देख सकता। बेटे असद को दफनाने की जगह से धूमनगंज का थाना केवल 8 किलोमीटर दूर है। भारत में बनेगा मलेरिया का टीका उधमपुर में गिरा फुटओवर ब्रिज, लोगों के बीच मच गया हड़कंप 'दिल्ली में आज से नहीं मिलेगी मुफ्त बिजली', अपने ऐलान के बाद पलटी केजरीवाल सरकार