लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद और माफिया अतीक अहमद और जेल में कैद माफिया मुख्तार अंसारी ने वक्फ बोर्ड की भूमि पर भी कब्जा कर रखा है। उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड (UPSCWB) ने इस बाबत सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर गुहार लगाई है। वक़्फ़ बोर्ड ने सीएम योगी से माफियाओं के कब्जे वाली जमीनों को मुक्त कराने के लिए हस्तक्षेप का अनुरोध किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड ने योगी सरकार को पत्र लिखते हुए दोनों माफियाओं और उनके परिवारों के कब्जे वाली भूमि और संपत्तियों के बड़े हिस्से को मुक्त कराने की गुहार लगाई है। पत्र में कहा गया है कि गैंगस्टर अतीक अहमद के गुर्गों ने प्रयागराज के इमामबाड़ा गुलाम हैदर के छोटी कर्बला की कई बीघा भूमि पर गैर कानूनी रूप से कब्जा कर रखा है। लखनऊ के सआदतगंज क्षेत्र में अलल औलाद वक्फ के मुतवल्ली ने शिकायत की है कि वक्फ की 10-12 बीघा भूमि में से कई बीघे पर अवैध तौर पर कब्जा है। मुतवल्ली के हवाले से यह भी कहा गया है कि माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी उस फर्म की डायरेक्टर हैं, जिसने अवैध रजिस्ट्री के माध्यम से जमीनों पर प्लॉटिंग कराई थी। शिया वक्फ बोर्ड के अधिकारियों ने यह भी इल्जाम लगाया है कि प्रयागराज में छोटा कर्बला की भूमि से अवैध कब्जा हटवाने के लिए स्थानीय प्रशासन को कई दफा पत्र लिखे, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। हालाँकि, गौर करने वाली बात यह है कि वक्फ बोर्ड से जुड़ी जमीनों को हड़पने में अतीक अहमद और उसके गिरोह की भूमिका माफिया की मौत के बाद सामने आई है। अब तक अतीक के डर से अधिकतर पीड़ित चुप थे। बता दें कि, यह मामला ऐसे वक़्त में सामने आया है, जब उत्तर प्रदेश पुलिस अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्तियों की पड़ताल कर रही है। जाँच में पता चला है कि मारे गए माफियाओ-गैंगस्टर ने अपने व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए वक्फ की संपत्तियों को हड़प लिया। बता दें कि यूपी पुलिस ने इससे पहले 2016 में प्रयागराज में जीरो रोड पर चक इलाके में वक्फ की संपत्ति हड़पने के जुर्म में अतीक के एक करीबी के खिलाफ FIR दर्ज की थी। उसके रिश्तेदार ने वक्फ की संपत्ति पर गैर कानूनी रूप से कब्जा कर लिया था। फ़िलहाल उस भूमि का इस्तेमाल कंस्ट्रक्शन मैटेरियल को बेचने के लिए किया जा रहा है। बीते दिनों शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के प्रमुख अली जैदी ने वक्फ संपत्ति पर माफियाओं के कब्जे का खुलासा करते हुए बताया था कि, 'वक्फ संपत्ति पर कब्जा करना माफियाओं के लिए सबसे आसान काम है। अतीक अहमद ने वक्फ संपत्ति पर कब्जा कर एक कॉम्प्लेक्स बना डाला था। हमारे वक्फ की एक संपत्ति पर फर्जी कागज़ात बनाकर अवैध रूप से कंपनी रजिस्टर कराकर प्लॉट किया गया था, जिसमें मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी डायरेक्टर थी। इस जमीन की कीमत करोड़ों में है। हमने प्रशासन को इसके संबंध में लिखा है और इन मुद्दों को हल करने के लिए सरकार से मदद माँगी है।' बता दें कि, पिछले दिनों ऐसी खबरें सामने आई थीं कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य में माफियाओं से जब्त की गई भूमि पर गरीबों के लिए घर बना रही है। इसकी शुरुआत प्रयागराज में मृतक माफिया अतीक अहमद के कब्जे से छुड़ाई गई जमीन से की गई है। वीर सावरकर की जयंती पर देश को मिलेगी नई संसद, 28 मई को पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन नाथूराम गोडसे: बापू के हत्यारे का अंतिम बयान सुन क्यों रो पड़े थे लोग? सजा-ए-मौत देने वाले जज की आँखें भी हो गई थी नम शहीद जवान आलोक राव के परिवार को 50 लाख की आर्थिक मदद, एक सदस्य को नौकरी - सीएम योगी का ऐलान