नई दिल्ली : वित्त वर्ष 2017-18 में देश में एटीएम की संख्या में कमी आई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि एटीएम की संख्या 1,000 घटी है और यह 2.07 लाख हो गई है। अब रामदेव की कंपनी को किसानों के साथ बांटना होगा मुनाफा, उत्तराखंड हाई कोर्ट ने सुनाया फैसला शाखाओं से अलग एटीएम की संख्या बड़ी प्राप्त जानकारी अनुसार रिपोर्ट में बताया गया है कि एटीएम की संख्या कम होने का कारण कुछ सार्वजनिक बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं की संख्या को तार्किक बनाना है। इसी प्रक्रिया के दौरान बैंक की शाखाओं में लगे एटीएम की संख्या 1.09 लाख से कम हो कर 1.06 लाख पर आ गई। परन्तु शाखाओं से अलग लगे एटीएम की संख्या 98,545 से बढ़ कर 1 लाख हो गई है। खुदरा व्यापार बचाने के लिए सरकार ने उठाया यह महत्वपूर्ण कदम डिजिटलाइजेशन में आयी वृद्धि जानकारी के लिए बता दें आरबीआई ने 2017-18 रिपोर्ट में कहा है वित्त वर्ष 2017-18 में सरकारी बैंकों के एटीएम की संख्या 1.48 लाख से कम हो कर 1.45 लाख पर आ गई है। इस अवधि में निजी बैंकों के एटीएम की संख्या 58,833 से बढ़ कर 60,145 पर पहुंच गई। अप्रैल 2018 से अगस्त 2018 के दौरान एटीएम की संख्या और कम होकर 2.04 लाख पर आ गई। जानकारी के लिए बता दें इसमें छोटे वित्तीय बैंकों और पेमेंट बैंकों के एटीएम शामिल नहीं हैं। इसका कारण डिजिटल तरीके के इस्तेमाल में वृद्धि आना है। इस दौरान पॉइंट ऑफ सेल टर्मिनलों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गयी। हिमाचल प्रदेश: पीएम मोदी की रैली में जा रहे छात्रों की बस पलटी, 35 बच्चे अस्पताल में भर्ती अब जल्द शुरू होगा होगा 130 एमएम फील्ड गन बनाने का कार्य पहली बार इस कारण इतने नीचे आयी कच्चे तेल की कीमत