इंदौर/ब्यूरो। पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा इंदौर कमिश्नरेट में लूट, डकैती, लंबित संपत्ति संबंधी अपराधो की पतासाजी करने व अपराधियों धरपकड हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया है उक्त निर्देशों के अनुक्रम में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध राजेश हिंगणकर के मार्गदर्शन में पुलिस उपयुक्त क्राईम ब्रांच निमिष अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त क्राइम ब्रांच गुरू प्रसाद पाराशर द्वारा इंदौर शहर मे चोरी, लूट, डकैती, लंबित संपत्ति संबंधी अपराधो में आरोपियों की धरपकड़ करने हेतु क्राइम ब्रांच की टीमों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। इसी कड़ी में कार्यवाही के दौरान क्राईम ब्रांच की टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि थाना खजराना क्षेत्र में पांच व्यक्ति मिलकर बैंक ATM में डकैती डालने की योजना बना रहे है। जिस पर क्राईम ब्रांच व थाना खजराना की टीम नें संयुक्त कार्यवाही कर मुखबिर की सूचना पर बताए गए स्थान स्टार चौराहे के पास स्थित आईडीए पार्क में जाकर घेराबंदी कर मुताबिक योजना के आरोपियों (1).गणेश पिता राजू पाटिल नि. अग्रवाल शोरूम के पीछे देवकी नगर खजराना इंदौर (2).हनी उर्फ माडल पिता नानूराम गौड़ नि. धीरज नगर, खजराना इंदौर (3).दीपक उर्फ काला पिता घनश्याम बडेरिया नि. सरस्वती नगर खजराना इंदौर (4).पुरुषोत्तम उर्फ साहिल पिता मुन्ना संदवाने नि. गली न 522 भवानी नगर बाणगंगा इंदौर (5).राजेश उर्फ राज उर्फ नानू पिता धर्मा पाटिल नि. देवकी नगर अग्रवाल शोरुम के पास वाली गली खजराना इंदौर को 02 लोहे को टामी, 02 धारदार छुरे और मिर्च पाउडर के साथ पकडा। आरोपियों से पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा बैंक Atm पर डकैती डालने की योजना बनाना एवं पूर्व में शहर के थाना एमआईजी,विजय नगर एवं खजराना क्षेत्र से राह चलते लोगो से मोबाइल स्नैचिंग की 05 वारदाते करना भी स्वीकार किया हैं । आदतन आरोपियों के पुराने अपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी निकालते, आरोपियों के विरुद्ध इंदौर शहर के विभिन्न थाना क्षेत्र में लड़ाई झगडे, जान मारने की धमकी, मादक पदार्थ तस्करी, जुआ एक्ट, बलात्कार, चोरी, डकैती की योजना, नकबजनी जैसे गंभीर अपराध पहले से पंजीबद्ध है। आदनत आरोपियों के कब्जे से 02 धारदार छुरे, 02 टामी एवं मिर्च पावडर की थैली जप्त कर सभी आरोपियों के विरुद्ध थाना खजराना पर अपराध धारा 399,402 भादवि एवं 25 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। लम्पी स्किन डिजीज की पुष्टि के लिए जारी हुई एडवाइजरी किसी ने खाई लाठियां, तो किसी ने चूमा फांसी का फंदा.., हमें यूँ ही नहीं मिली आज़ादी भारतेन्दु कृत ‘भारत दुर्दशा किस साहित्य रूप का हिस्सा है?