वित्त मंत्रालय (एफएम) ने शुक्रवार को आत्मनिर्भर पैकेज में घोषित विभिन्न योजनाओं के तहत हुई प्रगति का ब्योरा उपलब्ध कराया। मंत्रालय ने कहा कि मई 2020 में घोषित आत्मनिर्भर पैकेज का एक हिस्सा, व्यवसायों के लिए 3 लाख करोड़ रुपये की जमानत मुक्त गारंटीकृत ऋण योजना के तहत लगभग 50% ऋण वितरित किए गए हैं। मई में घोषित आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (ईसीएलजी) पर इसकी प्रगति के बारे में कहा गया है, "80 लाख से अधिक खातों को 2.05 लाख करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 1.58 लाख करोड़ रुपये 40 लाख से अधिक खातों को वितरित किए गए हैं। मंत्रालय ने आगे कहा कि नाबार्ड के माध्यम से किसानों के लिए अतिरिक्त आपातकालीन कार्यशील पूंजी वित्तपोषण से 25,000 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं। क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) और सहकारी बैंकों को कोरोना के दौरान नाबार्ड द्वारा 30,000 करोड़ रुपये की विशेष पुनर्वित्त सुविधा स्वीकृत की गई थी। किसान सहायता के संबंध में वित्त मंत्रालय ने कहा कि किसानों के लिए विशेष केसीसी संतृप्ति अभियान के तहत लगभग 1.54 रुपये की केसीसी सीमा वाले 169.77-ला किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) धारकों को शामिल किया गया है। सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) योजना के तहत 2.5 करोड़ किसानों को विशेष संतृप्ति अभियान के माध्यम से 2-ला रुपये के क्रेडिट बूस्ट के साथ कवरेज करने की घोषणा की थी। इसके अलावा माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (मुद्रा) की ओर से कर्ज पर लागू 1,500 करोड़ रुपये ब्याज अनुदान योजना के तहत लघु उद्योग बैंक भारत को 775 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। एमेजाॅन, गूगल पर लगा 13.5 करोड़ यूरो का जुर्माना, सामने आई ये बड़ी वजह दिल्ली और वाराणसी के बीच बनेगा एलिवेटेड रेलवे ट्रैक, 320 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन स्पाइसजेट के शेयरों में आई 6 प्रतिशत की तेजी