रूस और यूक्रेन के बाद, चीन-ताइवान के बीच तनातनी दिखाई दे रही है जो एक और युद्ध की ओर इशारा कर रही है। जी दरअसल एक-दूसरे पर हुकूमत का सपना लिए कई देश आमने-सामने हैं। इन सभी के बीच आज का दिन सबसे अहम है। जी दरअसल आज से करीब 77 साल पहले लगभग 80 हजार लोगों की जान चली गई थी और 40 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे। आपको याद हो तो हम बात कर रहे हैं हिरोशिमा और नागासाकी के बारे मे। जी दरअसल अगस्त 1945 में विश्व युद्ध-2 के दौरान अमेरिका ने जापान के दो शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर एटॉमिक न्यूक्लर बम यानी परमाणु बम गिराया था। उस समय 6 अगस्त को हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराया गया था और इसके तीन दिन बाद जापान के ही नागासाकी शहर पर दूसरा परमाणु बम गिराया गया था। आपको बता दें कि हर साल 6 अगस्त को परमाणु धमाके में जान गवाने वाले लोगों की याद में हिरोशिमा डे (Hiroshima Day 2022) मनाया जाता है। जी दरअसल परमाणु हमले से तबाह हुआ हिरोशिमा शहर जापान के सबसे बड़े द्वीप होंशू में स्थित है कहा जाता है इस बम के कारण जमीनी स्तर पर लगभग 4,000 डिग्री सेल्सियस तक की गर्मी पैदा हुई थी। जी दरअसल बम हिरोशिमा के तय जगह पर नहीं गिराया जा सका था, यह हिरोशिमा के आइयो ब्रिज के पास गिरने वाला था मगर उल्टी दिशा में बह रहे हवा के कारण यह अपने लक्ष्य से हटकर शीमा सर्जिकल क्लिनीक पर गिरा। वहीं धमाके के तुरंत बाद 30 फीसदी आबादी खत्म हो गई थी, जो बच गए वे अपंगता के शिकार हो गए। उस समय दूर-दूर तक के इलाकों में घंटों काली बारिश होती रही और रेडियोएक्टिव विकिरण ने बचे हुए लोगों पर कहर ढाया। केवल यही नहीं बल्कि लोग परमाणु विकिरण से जुड़ी बीमारियों के चलते मारे गए। उस समय बम गिरने की जगह के 29 किलोमीटर क्षेत्र में काली बारिश हुई। जिससे मौतें बढ़ीं और इस काली बारिश ने अपने संपर्क में आने वाली सभी चीजों को भी दूषित कर दिया। आपको बता दें कि आज हिरोशइमा की आबादी करीब 12 लाख है। वहीं 9 अगस्त को दूसरे शहर नागासाकी पर दूसरा परमाणु बम हमला हुआ और 40 हजार से ज्यादा लोग मारे गए। कहा जाता है हिरोशिमा पर अमेरिकी परमाणु हमले को 1941 के अमेरिका के नौसैनिक बेस पर्ल हार्बर पर किए गए जापानी सेना के हमले का बदला माना गया। वहीं कनेर (ओलियंडर) नाम का फूल इस हमले के बाद सबसे पहले खिला था और आज यह हिरोशिमा का ऑफिशियल फूल है। पेट में तेज दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचा युवक, डॉक्टर्स ने पेट से निकाला स्टील का ग्लास 'भैंसासुर' बनकर युवक नाद में खाता है भूसा, वीडियो देखने वालों के उड़ गए होश मज़बूरी ऐसी कि जोमैटो डिलीवरी एजेंट बन गया 7 साल का लड़का, रुला देगी कहानी