कानपुर: जनपद में आतंकियों के होने की जानकारी पर मंगलवार लखनऊ से आई एटीएस की टीम ने चकेरी के साथ-साथ कर्नलगंज इलाके में भी छापा मारा। इस दौरान एक मोबाइल शॉप में कार्रवाई करते हुए टीम ने एक युवक को पकड़ लिया लेकिन मार्केट के लोगों ने छुड़ाते हुए उसे भगा दिया। आतंकी साजिशों में भागे युवक द्वारा दिए सिम कार्ड व मोबाइलों के इस्तेमाल किए जाने की बात सामने आ रही है। दोपहर में लखनऊ में शुरू हुई आतंकी से मुठभेड़ कर रही एटीएस की एक टीम ने कानपुर में भी छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान टीम ने चकेरी के जाजमऊ इलाके से दो संदिग्ध आतंकी को पकड़ लिया। वहीं कर्नलगंज में आतंकी साजिश के दौरान मदद करने वाले रहमानी मार्केट में अजहर एंड ब्रदर्स टेलीकॉम की दुकान में भी छापा मारा गया। इस दौरान टीम ने अजहर को पकड़ लिया। जैसे ही उसे टीम ले जाने लगी, मार्केट के लोगों ने उन्हें घेर लिया और युवक को छुड़ाते हुए मौके से भगा दिया। इस बीच एसएसपी आकाश कुलहरि के साथ कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई और भागे युवक की तलाश में जुट गई। फिलहाल दुकान में ताला डालकर युवक फरार है। सूत्रों की माने तो गिरफ्तार आतंकी ने पूछताछ के दौरान कानपुर में कई और आतंकियों के छिपे होने की जानकारी दी है। कानपुर पुलिस फोर्स के साथ कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। साथ ही कानपुर से सटे जहानाबाद और मौदाहा के लिए पुलिस की टीमें गई हैं। हालांकि पुलिस अभी भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। बताते चलें कि, कानपुर के पास 20 नवंबर व 28 दिसम्बर को हुए ट्रेन हादसे में इन्हीं आतंकियों के शामिल होने के इनपुट एटीएस को मिले हैं। सूत्रों की माने तो अरेस्ट संदिग्ध आतंकियों ने भी पूछताछ में पुखरायां रेल हादसे में हाथ होने की बात कबूली है। अरेस्ट आतंकी के लिंक आईएसआईएस से जुड़े होने की बात निकल कर सामने आई है। सूत्रों की माने तो भोपाल एनकाउंटर का बदला लेने के लिए कानपुर में बड़ा आतंकी हमला करने की फिराक में थे। और पढ़े- लखनऊ में कार्यवाही के बाद संदिग्ध आतंकवादी को मार गिराया मारे गए आतंकी के बाद घर में दो और संदिग्ध के होने की मिली जानकारी ट्रेन ब्लास्ट मामले में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, हिरासत में लिए चार संदिग्ध