लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में माँ दुर्गा के विसर्जन जुलूस पर एक भयानक हमला हुआ है, जिसमें जुलूस में शामिल महिला श्रद्धालुओं को भी निशाना बनाया गया। यह घटना 12 अक्टूबर 2024 को मंझनपुर थानाक्षेत्र में हुई, जब जुलूस में शामिल श्रद्धालु माता दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए जा रहे थे। हमले के दौरान तलवारें लहराई गईं और पत्थरबाजी की गई, जिससे कई श्रद्धालु घायल हुए। मंदीप कुमार नामक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, जिसमें उन्होंने बताया कि जुलूस में शामिल महिला श्रद्धालु भक्तिभाव से गुलाल उड़ा रही थीं। जब जुलूस मंझनपुर के इमाम चौक के पास पहुँचा, तब कुछ लोगों ने गुलाल लग जाने का आरोप लगाते हुए विवाद उत्पन्न किया। आरोप है कि जुलूस पर पत्थरबाजी शुरू हुई, और हमलावरों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए नीचे आकर हमले शुरू कर दिए। हमलावरों ने माँ दुर्गा की मूर्ति को पैरों से मारा और उस पर थूकने का भी आरोप है। इसके अलावा, एक महिला श्रद्धालु के साथ दुष्कर्म की कोशिश की गई, जिसे किसी तरह बचाया गया। मंदीप ने शिकायत में हमलावरों के नाम भी बताए हैं, जिनमें गुलाम वारिस, सईद अहमद, रहमत अली, और अन्य शामिल हैं, जिनमें कुछ मुस्लिम महिलाएँ भी हैं। इस घटना के बाद एक पीड़ित श्रद्धालु का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह हमले का शिकार होकर रोते हुए नजर आ रहा है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि उन्हें मुस्लिमों के हमले का शिकार होना पड़ा और साथ ही पुलिस के लाठीचार्ज का भी सामना करना पड़ा। कौशांबी पुलिस ने इस विवाद की पुष्टि करते हुए कहा है कि FIR दर्ज की गई है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। उत्तर भारत में ठंड का आगाज, दक्षिण में बारिश का सिलसिला बरकरार! क्या खड़गे परिवार ने धोखे से हासिल की थी 'डिफेंस' की जमीन? फिर लौटाई क्यों भूकंप के झटकों से डोली असम की धरती, रिक्टर स्केल पर इतनी रही तीव्रता