तंजानियाई युवती की दर्दभरी दास्तां सभ्य समाज पर कलंक...

बेंगलुरु : बेंगलुरु में पिछले रविवार को घटित हुई तंजानिया युवती के साथ में मारपीट के मामले में 25 वर्षीया तंजानियाई युवती ने अपने बयान में इस दर्दभरी दांस्ता को बयां किया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस तंजानियाई युवती ने अपनी बातचीत में बताया की किस प्रकार वह आइटी हब बेंगलुरु में वहां मौजूद सैकड़ों लोगों की हिंसक भीड़ के हाथों डेढ़ घंटे तक मारपीट व उनकी बर्बरता की शिकार हुई.

आपको बता दे हिंदुस्तान में इस तंजानियाई युवती की दर्दभरी दास्तां सभ्य समाज पर एक घोर कलंक के समान है। इस अफ्रीकी युवती ने एक वेबसाइट में अपनी आपबीती सुनाई. युवती का कहना है कि वह अफ्रीकी देश तंजानिया के दार-ए-सलाम से आकर भारत के बेंगलुरु में पिछले 4 वर्षो से भी अधिक समय से अध्यन कर रही हु.

युवती ने कहा कि हम सभी दोस्तों ने होटल में डिनर का प्लान बनाया था तथा हमने उस समय देखा कि मेरे सप्तगिरी स्थित घर के आस-पास कुछ ही दुकानें खुली थीं तो हमने कार से डिनर के लिए दूसरे स्थान पर जाने का प्लान बनाया व जब हम कुछ ही दूर पर चले कि हमने एक अफ़्रीकी युवक को लोगो के हाथो पीटते हुए देखा तो मारा दोस्त जो कि कार चला रहा था वह रुक गया व उसने जानना चाहा कि आखिर लोग क्यों उसे मार रहे है  बस उसी समय मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा.

उस दौरान जो गुस्से भीड़ थी उसने हमे घेर लिया व भीड़ ने हमे घेर लिया मेरे दो दोस्त भागने में सफल रहे परन्तु हशीम व मेरी किस्मत अच्छी नही थी. गुस्साई भीड़ ने हमारी कार को भी आग के हवाले कर दिया. जब हमने एक बस में शरण लेने का प्रयास किया तो हमे धक्का देकर बाहर निकाल दिया गया. इस दौरान गुस्साई भीड़ ने हमे बुरी तरह से पीटा व मेरा पहली बार ध्यान गया कि मेरे कपड़े फट चुके हैं।

शरीर का ऊपरी भाग नग्न हो चुका है। घबराकर मैंने खुद को अपने हाथों से ढंकने की कोशिश की। भीड़ मुझे बस से गिराकर ढकेलती रही। फिर एक भारतीय शख्स सामने आया व उसने अपना शर्ट उतार कर मुझे दे दी. शायद वह शख्स ईरानी था। वह पास आया और हम दोनों को अपने पीछे-पीछे आने को कहा। फिर अगले दिन पुलिस ने भी हमारी कोई सहायता नही कि व जब यह खबर मीडिया में आई तब कही बुधवार को मेरी रिपोर्ट पुलिस ठाणे में दर्ज की गई. 

 

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