कोलकाता: पश्चिम बंगाल भाजपा इकाई के अध्‍यक्ष दिलीप घोष पर लेक टाउन में शुक्रवार सुबह कथित रूप से उस समय हमला हुआ जब वह प्रतिदिन की तरह मॉर्निंग वॉक और चाय पे चर्चा के लिए जा रहे थे. उसी दौरान तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) समर्थकों की उपस्थिति में भीड़ ने उनको घेर लिया और हमला किया. दिलीप घोष ने घटना के लिए टीएमसी समर्थकों पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि उनके साथ मौजूद दो भाजपा कार्यकर्ता इस हमले में घायल हो गए हैं. गौरतलब है कि दिलीप घोष पर पहले भी कई दफा हमले हो चुके हैं. इस वर्ष मई में जब वह भाजपा के वरिष्‍ठ नेता हेमंत बिस्‍व सरमा के साथ जा रहे थे, तो उनके काफिले पर खेजुरी में हमला किया गया था. हालांकि उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ, किन्तु दो वाहनों को क्षति पहुंचाई गई है. घटना की सूचना मिलने के बाद सीआरपीएफ मौके पर पहुंची थी, लेकिन भाजपा ने आरोप लगाया था कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर जाम लगा दिया और सीआरपीएफ को मौके पर नहीं पहुंचने दिया. इसी तरह गत वर्ष दिसंबर में दिलीप घोष की गाड़ी पर कूचबिहार जिले के सीतलकुची इलाके में अज्ञात बदमाशों ने हमला किया था. घोष बीजेपी की ‘रथयात्रा’ में हिस्सा लेने के लिए कूचबिहार पहुंचे थे, इसी समय ये हमला हुआ था. महबूबा मुफ़्ती से मिलने पहुंची उनकी माँ, धारा 370 हटने के बाद से हैं नज़रबंद भाजपा के कार्यकाल में बढ़े बैंक फ्रॉड, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना साध्वी प्रज्ञा के 'मारक शक्ति' वाले बयान पर भड़की भाजपा, दी ये नसीहत