देश में कश्मीर हिंसा और लगातार हो रहे पाकिस्तानी हमले और उसमे शहीद हो रहे सैनिकों के कारण गहरे दुःख में है. वहीं हाल ही में कश्मीर में शोपियां के शादीमार्ग स्थित 44 राष्ट्रीय राइफल में तैनात सैनिक औरंगजेब के मर्डर से पुरे देश में शौक का माहौल है. वहीं औरंगजेब के पिता ने कहा कि "सैनिक या तो मरते है, या मरते है." बता दें, औरंगजेब के पिता भी रिटायर्ड सैनिक है, उन्होंने कहा कि "सैनिकों का काम है या तो दुश्मनों का खात्मा करे या खुद शहीद हो जाए." वहीं इससे पहले भी औरंगजेब के पिता ने केंद्रसरकार को एक मैसेज देते हुए कहा था कि "सरकार या तो इस मामले में बदला ले या तो हम बदला लेंगे." उन्होंने कहा कि "मेरा बेटा तो मर गया लेकिन लोगों को अपने बच्चों को सेना में भेजना नहीं छोड़ना चाहिए. अगर लोगों ने ऐसा कर दिया तो देश के लिए लड़ेगा कौन." बता दें, 14 जून की सुबह जब औरंगजेब ईद मनाने के लिए अपने घर राजौरी जा रहे थे कि उसी दौरान पुलवामा के कालम्पोरा से आतंकवादियों ने उनका अपहरण कर लिया था. 14 जून की शाम ही पुलिस और सेना के संयुक्त दल को औरंगजेब का शव कालम्पोरा से करीब 10 किलोमीटर दूर गुस्सु गांव में मिला था.उनके सर पर गोलियों के निशान थे साथ ही हाल ही मिली उनकी तस्वीर से बताया जा रहा है कि मारने से पहले उन्हें प्रताड़ित किया गया है. कश्मीर: ईद पर कश्मीर में पाकिस्तानी झंडे, जवान शहीद शुजात बुखारी हत्याकांड: 20 घंटे में पुलिस को बड़ी सफलता, बचाने वाला ही हत्यारा घाटी में फिर ऑपरेशन ऑल आउट की तैयारी