CSIR यानी कॉउंसिल ऑफ़ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च और ऑरोबिंदो फार्मा लिमिटेड कंपनी ने मंगलवार को एलान किया की कि कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए साथ कार्य करेंगे. सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा गया कि CSIR- CCMB और ऑरोबिंदो फार्मा के बीच कई नॉवल कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए पार्टनरशिप तय की गई है. जिसमे कहा गया है कि CSIR की तीन लैब CCMB हैदराबाद, इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल टेक्नोलॉजी, चंडीगढ़ और इंडिय इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल बायोलॉजी, कोलकाता अलग-अलग टेक प्लेटफॉर्म के द्वारा वैक्सीन बना रहे हैं. ऑरोबिंदो इन वैक्सीन के क्लीनिकल विकास और व्यावसायीकरण का परीक्षण करेगा. CSIR के डीजी डॉक्टर शेखर मांडे ने बताया कि इस पार्टनरशिप से स्वदेशी वैक्सीन तैयार करने की भारत का प्रयास को त्रिव्रता मिली है और इससे भविष्य में पैदा होने वाली महामारियों के विरुद्ध भी तैयार होने में हमें सहायता मिलेगी. CSIR- CCMB के डायरेक्टर डॉक्टर राकेश मिश्रा ने बताया कि संस्थान की लैब्स वैक्सीन के लिए नॉवल प्रोटीन्स पर कार्य कर रही हैं, जिनमें सेकेंड जेनरेशन वैक्सीन की आवश्यकता को पूरा करने की क्षमता होने वाली है. उन्होंने बताया कि 'ऑरोबिन्दो फार्मा ने अपनी निर्माण और व्यावसायिक क्षमता को साबित कर चुकी है, हम उनके साथ पार्टरनशिप करके खुश हैं.' ऑरोबिंदो फार्मा ने वैक्सीन के लिए इस पार्टनरशिप पर बताया कि उसे कोरोना वायरस महामारी के विरुद्ध इस लड़ाई में शामिल होने गर्व है और इसके निर्माण के लिए हैदराबाद में एक बड़ी फैसिलिटी का निर्माण कर रहा है. लद्दाख सीमा पर अब तक जारी है तनाव, दागे गए वार्निंग शॉट मात्र कुछ रुपयों के पीछे दो पक्षों में मचा बवाल देश के निर्यात में आई भारी गिरावट, व्यापार घाटा कम होकर 6.77 अरब डॉलर पर आया