मेलबर्न: कोरोना के कहर से विश्व के डेढ़ सौ से भी अधिक देश प्रभावित हैं और तक़रीबन तीन लाख लोगों की जान चीनी वायरस से जा चुकी है. इसके लिए चीन की साजिश और झूठ जिम्मेदार है. विश्वभर में कई देश चीन पर गुस्से से उबल रहे हैं और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. जग जाहिर है कि चीन ने अपनी बदनामी से बचने के लिए कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैलने दिया और जब उससे इस संबंध में जानकारी मांगी गई तो चीन ने गुमराह करने वाली बातें कहीं. अब ऑस्ट्रेलिया ने भी चीन पर अपना gussa प्रकट किया है. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से चालबाज चीन को सबक सिखाने की बात कही गयी है. ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि कोरोना वायरस की अंतरराष्ट्रीय जांच हो. चीन के द्वारा सही और उचित जानकारी न देने के कारण कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल गया. वक़्त रहते किसी भी देश को चीनी मुसाफिरों और चीन से आने वालों पर रोक लगाने का मौका नहीं मिला. चीन को पता था कि सोशल डिस्टेंसिंग ही फिलहाल कोरोना का उपचार है, किन्तु चीन ने इसकी कोई बात दुनिया से नहीं की. आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया पहले भी चीन पर कार्रवाई की मांग कर चुका है. गौरतलब है कि चीन को पता है कि यदि पूरी दुनिया के देशों ने निष्पक्ष जांच शुरू करवा दी उसके अमानवीय मंसूबे सामने आ जाएंगे. इससे चीन को अंतर्राष्ट्रीय सजा भी दी जाएगी. पापी देश चीन को अग्रिम कार्रवाई का डर सता रहा है और वो इसी चिंता में दुबला हुआ जा रहा है. ऑस्ट्रेलिया में चीनी राजदूत चेंग जिंगाये ने धमकी भरे लहजे में कहा था कि इस तरह का कदम उठाने पर चीन के लोग ऑस्ट्रेलियाई उत्पादों का बहिष्कार कर देंगे. कोरोना संकट के बीच फिलीपींस में आया खतरनाक तूफ़ान 5 लाख एड्स रोगियों की जान ले सकता है कोरोना, WHO की स्टडी में हुआ खुलासा UFC : मुकाबले के दौरान टेक्सीरा ने तोड़े स्मिथ के दांत