2019 इलेक्ट्रिक कारों के लिए एंट्री ईयर साबित हुआ है। साथ ही इलेक्ट्रिक कारो के लिए 2020 कुछ ख़ास मायनो में अच्छा साबित होगा आइये जानते है इन करने के बारे में। ... पिछले कुछ सालों से सौर ऊर्जा से चलने वाली कारों को लेकर काम चल रहा है। कई वाहन निर्माताओं ने इस कॉन्सैप्ट पर काम शुरू कर दिया है। वहीं कंपनियों ने इससे आगे की सोचना शुरू कर दिया है। ह्यूंदै ने हाल ही में पहली सोनाटा हाईब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च किया है जिसकी छत पर सोलर पैनल्स लगे हैं। वहीं टोयोटा भी सैटेलाइट में इस्तेमाल होने वाले अल्ट्राथिन सोलर पैनल्स को कार की छतों पर लगाने की तैयारी कर रही है। वहीं सोलर कार 2020 में सच्चाई हो सकती है। इसमें कार की बैट्री इसकी दौड़ के साथ ही चार्ज होती रहेगी। ईवी बाजार में यह गेम चेंजर साबित होगा। चार्जिंग टेक्नोलॉजी में सुधार होना अभी बाकी है। यही वजह है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की वह जगह नहीं बन पाई, जो बननी चाहिए थी। पेट्रोल या डीजल वाहनों की तरह इलेक्ट्रिक वाहनों को लंबी दूरी तक ले जाना अभी संभव नहीं है। अभी तक देश में केवल एक ही गाड़ी ह्यूंदै कोना है जिसकी रेंज 452 किमी है। इलेक्ट्रिक कारों को हर दो-तीन घंटे के सफर के बाद चार्जिंग के लिए कम से कम 30 मिनट खर्च करने होते हैं। इस साल कुछ देशों में 'पोर्टेबल चार्जिंग सॉल्यूशन' तकनीक लॉन्च होने जा रही है। लग्जरी स्पोर्ट्स कार पोर्श भी इस साल सुपरचार्जिंग सॉल्यूशन्स सामने ला सकती है, जो केवल 15 मिनट में गाड़ी को फुल चार्ज कर देगा। ध्यान देने वाली बात ये है की जैसे-जैसे सड़कों पर इलेक्ट्रिक कारों की संख्या बढ़ रही है, वैसे ही कैब ऑपरेटर्स भी इलेक्ट्रिक कारों को अपनी फ्लीट में शामिल कर रहे हैं। कुछ स्टार्टअप्स ने तो केवल अपनी फ्लीट में इलेक्ट्रिक कारें ही शामिल की हैं। ईवी कारों के लिए कुछ एप्स बन चुकी हैं। विदेशों में तो बकायदा 'ई-कार क्लब' और 'ब्लूसिटी' जैसे एप्स लॉन्च हो चुके हैं और यूजर पर्यावरण की सुरक्षा को देखते हुए इसका फायदा उठा रहे हैं। आने वाले साल 2020 में कई कार-शेयरिंग एप्स और कंपनियां उभर कर सामने आ सकती हैं। Tata Motors की नयी SubCompact SUV हुई लांच, मात्र 4.6 सेकंड में पकड़ेगी रफ़्तार कई एडवांस फीचर्स से लैस भारत में ये पहली कार , नए साल में होगी लांच MG Motors की ये कार बनी देश की सबसे सुरक्षित कार, सुरक्ष टेस्ट किया पास