एक अप्रैल से लागू नियम के तहत बीएस 3 वाहनों की बिक्री बंद होने के कारण ऑटो कंपनियों को लगभग 1200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स व्दारा जारी बयान के मुताबित सुप्रीम कोर्ट के इस घोषणा से कंपनियों को 1200 करोड़ का नुकसान के अलावा अभी कंपनियों के पास 5000 करोड़ रुपये के पुराने स्टॉक बचे हुए है। इसके अलावा एसोसिएशन ने घरेलू बाजार के मार्च में बिकी गाड़ियों का आंकड़ा भी पेश किया हैं। 2016 मार्च की तुलना में 1.90 लाख यूनिट की बिक्री के साथ कार कंपनियों की वृध्दि 8.17 प्रतिशत रही। और वहीं पैसेंजर वाहनों की बिक्री 9.96 प्रतिशत अधिक रही। मार्च 2017 में यह आंकड़ा 2.82 वाहनों का रहा जो कि पिछले साल इसी अवधि में 2.56 लाख यूनिट था। साथ ही बाइक की बिक्री मार्च माह में 9.15 लाख यूनिट की रही जो कि पिछले वर्ष इस वर्ष में 9.46 लाख यूनिट था। देखा जाए तो बाइक की बिक्री में 3.33 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली हैं। इसके अलावा कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री में लगभग 9.26 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली हैँ। इसरो ने ऑटो कंपनियों को दिया कार की बैटरी बनाने का प्रस्ताव मारुति कर रही हैं सेफ गाड़िया बनाने पर फोकस लैम्बॉर्गिनी हुराकेन परफॉर्मेंट का पढ़े रिव्यू