फैटी लीवर की समस्या आजकल आम होती जा रही है। यह केवल शराब पीने के कारण नहीं होती, बल्कि कई अन्य कारण भी इसके पीछे हो सकते हैं। अक्सर लोगों को यह सुनने को मिलता है कि फैटी लीवर का इलाज संभव नहीं है, लेकिन यह एक मिथ है। आइए जानते हैं फैटी लीवर से जुड़े पांच आम मिथकों के बारे में और इनकी वास्तविकता क्या है। केवल मोटे लोगों को ही होता है फैटी लीवर यह मिथ है कि फैटी लीवर सिर्फ मोटे लोगों को ही होता है। पतले लोगों को भी खराब खानपान, जैसे कि अत्यधिक चीनी और वसा वाले आहार के कारण यह समस्या हो सकती है। इसलिए, वजन का अधिक होना इसका एकमात्र कारण नहीं है। केवल शराब पीने से होता है फैटी लीवर अधिकांश लोग मानते हैं कि फैटी लीवर केवल शराब पीने से होता है, लेकिन आजकल नॉन-एल्कोहलिक फैटी लीवर डिसीज (NAFLD) के मामले भी बढ़ रहे हैं। इसका मुख्य कारण अधिक मात्रा में चीनी और फ्रक्टोज युक्त खाद्य पदार्थ हो सकते हैं। इसलिए, शराब का सेवन नहीं करने के बावजूद भी फैटी लीवर हो सकता है। लीवर फंक्शन नॉर्मल है तो फैटी लीवर नहीं है यह गलतफहमी है कि अगर ब्लड रिपोर्ट में लीवर फंक्शन नॉर्मल है तो फैटी लीवर नहीं हो सकता। फैटी लीवर की पहचान के लिए विशेष टेस्ट जैसे अल्ट्रासाउंड या फाइब्रोस्कैन की जरूरत होती है। कई बार लीवर फंक्शन नॉर्मल होने पर भी फैटी लीवर की समस्या हो सकती है। केवल खानपान से जुड़ा है फैटी लीवर यह मानना कि फैटी लीवर केवल खानपान की वजह से होता है, सही नहीं है। फैटी लीवर का संबंध कोर्टिसोल लेवल में वृद्धि, अनियमित नींद और उच्च तनाव स्तर से भी हो सकता है। इन कारकों का भी फैटी लीवर की समस्या पर प्रभाव पड़ सकता है। फैटी लीवर का इलाज नहीं है यह पूरी तरह से मिथ है कि फैटी लीवर का इलाज संभव नहीं है। सही खानपान और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर फैटी लीवर की समस्या को ठीक किया जा सकता है। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और तनाव कम करने के उपाय फैटी लीवर के इलाज में सहायक हो सकते हैं। इस प्रकार, फैटी लीवर की समस्या को लेकर कई मिथक फैल गए हैं, लेकिन सही जानकारी और उपायों की मदद से इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। इम्यूनिटी बूस्ट करके गैस-ब्लोटिंग की छुट्टी करती है ये एक चीज किडनी को बीमारियों से बचाना है तो अपनाएं ये उपाय सुबह करें इस बीज के पानी का सेवन, चिपचिपे कोलेस्ट्रॉल को निकाल फेंकता है बाहर