नई दिल्‍ली। आज देश की सर्वोत्तम अदालत सुप्रीम कोर्ट ने पिछले कई सालों से विवादों में चल रहे अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में एक एतिहासिक फैसला सुनाया है। लेकिन इस मामले में अब देश में राजनीति भी शुरू हो गई है। अभी हाल ही में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस मामले को लेकर एक बयान दिया है। धारा 497 : सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, अब अपराध नहीं है 'एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर' दरअसल राज्यसभा सांसद तथा बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने हाल ही में अपने एक बयान में आयोध्या की भूमि पर राम मंदिर का निर्माण जल्द शुरू होने की उम्मीद जताते हुए दावा किया है कि आयोध्या में राम मंदिर ही बनेगा और इसका निर्माण कार्य भी दिवाली से पहले ही शुरू हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि आगामी 29 अक्‍टूबर में सुप्रीम कोर्ट इस बात का फैसला करेगी की अयोध्या की भूमि पर मंदिर या मस्जिद बनेगा या नहीं। धारा 497: इन देशों में अब भी अपराध है 'व्यभिचार', मृत्युदंड तक मिल सकती है सजा गौरतलब है कि कोर्ट ने आज अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद मामले से जुडी उस याचिका पर सुनवाई की थी जिसमे 1994 के इस्माइल फारुकी मामले के उस मामले पर पुनर्विचार करने की मांग की गई थी जिसमे कहा गया था कि मस्जिद नमाज पढ़ने के लिए इस्लाम का अभिन्न हिस्सा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने अपनी इस सुनवाई में फैसला सुनाते हुए कहा है कि 1994 के इस्माइल फारुकी मामले पर पुनर्विचार करने की कोई आव्यशकता नहीं है। ख़बरें और भी अयोध्या मामला:1994 का वो फैसला, जिसमे अदालत ने कहा था मस्जिद का भी हो सकता है अधिग्रहण आयोध्या मंदिर-मस्जिद विवाद : सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला अब पराए मर्द के साथ भी अपना जिस्म बांट सकती हैं शादीशुदा महिलाएं : SC फैसला