नई दिल्ली. कल देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के मंदिर-मस्जिद मामले को लेकर एक अहम मामले पर होने वाली सुनवाई को कोर्ट ने जनवरी 2019 तक के लिए टाल दिया था. सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद से देश में इस मामले को लेकर बहुत राजनीति हो रही है. अभी हाल ही में बीजेपी के एक संसद ने इस मामले में एक बेहद विवादित बयान दे दिया हुई. अयोध्या में मस्जिद के पक्षकार को मिली भारत से निकाले जाने की धमकी दरअसल बीजेपी सांसद हरिओम पांडेय ने हाल ही में इस मामले को लेकर दिए एक बयान में कहा है कि अगर देश के मुस्लिम अपनी स्वेच्छा से अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए जमीन नहीं दे रहे हैं तो वो देश के साथ गद्दारी कर रहे हैं. उन्होंने इस दौरान अपने बयान में यह भी कहा कि यह बात सभी जानते है भगवान राम का जन्म अयोध्या में ही हुआ था और इतिहासकार भी इस बात का प्रमाण दे चुके हैं. ऐसे में मुस्लिम समाज के लोग इस जमीन पर अपना दावा कैसे पेश कर सकते है. 'अयोध्या विवाद' बना 'जमीन अधिग्रहण' का मामला, 29 अक्टूबर से सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई उल्लेखनीय है कि इस मामले में आज यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कई ट्वीट कर के सुप्रीम कोर्ट को ही नसीहत दे दी थी. उन्होंने कोर्ट द्वारा इस मामले की सुनवाई को बार-बार टाले जाने को लेकर कोर्ट पर एक टिपण्णी करते हुए कहा था कि कभी कभी देर से मिलने वाला न्याय भी अन्याय की तरह हो जाता है. ख़बरें और भी अयोध्‍या मंदिर-मस्जिद मामला : कपिल सिब्बल बोले - मंदिर पर कानून बनाये केंद्र, कांग्रेस ने कब रोका है क्या अयोध्या मसले पर विधेयक लाएगी बीजेपी? भाजपा नेता गिरिराज सिंह का राम मंदिर पर बयान, हिंदूओं का सब्र टूटा तो कुछ भी हो सकता है अगर सुप्रीम कोर्ट से नहीं सुलझा राम मंदिर विवाद, तो हम लाएंगे कानून - केशव प्रसाद मौर्या कांग्रेस का योगी पर आरोप, बोले- सीएम को संविधान का कुछ ज्ञान नहीं