लखनऊः उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खूलकर पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से सांसद आजम खआन के समर्थन में आ गए हैं। आजम खान इन दिनों कई मुकदमों का सामना कर रहे हैं। उनपर 80 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। आजम के कई करीबियों पर भी पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए कई सपा कार्यकर्ता रामपुर छोड़ रहे हैं। आजम खां भी इस लड़ाई में अकेले पड़ते दिखाई दे रहे थे। इसके बाद उनके समर्थन में पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव उतरे। उन्होंने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर कार्यकर्ताओं से आजम के समर्थन में सड़क पर उतरने का आह्वान किया था। मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि आजम की बेइज्जती का कार्यकर्ता विरोध करें। मुलायम के आह्वान का असर यह हुआ है कि खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रामपुर जाने का एलान कर दिया है। अखिलेश के साथ पार्टी के कई बड़े नेता भी रामपुर जाएंगे। ऐसे में नौ सितंबर को पूरे देश की नजर अखिलेश यादव और रामपुर पर होगी। अखिलेश ने संसद में भी आजम खान का उस वक्त बचाव किया था, जब वह रमा देवी पर टिप्पणी के मामले में घिरे दिखाई दे रहे थे। आजम विरोधी भी इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि आखिर अखिलेश यादव के विरोध का तरीका क्या होगा। इन सब के बाद एक बात तो तय है कि आने वाले दिनों में रामपुर की राजनीति गरमाएगी। रामपुर शहर विधानसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव को लेकर भी गतिविधियां तेज होंगी। यह विधानसभा सीट परंपरागत रूप से सपा की मानी जाती है। सांसद बनने से पहले आजम खां इस सीट से नौ बार चुनाव जीत चुके हैं। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने राम मंदिर निर्माण पर दिया यह बड़ा बयान 'एक व्यक्ति एक पद' पर बोले सचिन पायलट, कहा - कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व लेगा फैसला आरएसएस की बैठक में राष्ट्रवाद पर हुई चर्चा, बढ़ते धर्मान्तरण पर भी रखे गए विचार