लखनऊ: जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद भी समाजवादी पार्टी (सपा) के कद्दावर नेता और मौजूदा विधायक आजम खान लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। अब उन्होंने एक बयान दिया है, जिसको लेकर वह चर्चाओं में आ गए हैं। कभी यूपी को उँगलियों पर नचाने वाले आजम खान को अब ‘सिकंदर’ न बन पाने का मलाल हो रहा है। यूपी विधानसभा चुनावों में सपा की करारी शिकस्त का दर्द भी उनके बयान में छलका, जब उन्होंने कहा कि सरकार तो बन नहीं सकी। आज़म खान ने कहा कि, 'जो जीता वह सिकंदर…सिकंदर तो हम हुए नहीं, बंदर हो गए।' प्रेस वालों से बात करते हुए आज़म खान ने कहा कि, 'कभी रामपुर अदालत में, कभी मुरादाबाद में, कभी लखनऊ में तो कभी मुंबई में, हम तो मदारी के बंदर हो गए हैं।' मुरादाबाद की MPMLA कोर्ट में पेशी के दौरान भी आजम खान का दर्द सामने आया। बता दें कि आज़म खान 27 महीने सीतापुर जेल में सजा काटने के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने पर बाहर आए थे। जेल से बाहर आने के बाद भी आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। उन्हें किसी न किसी मामले में रामपुर या मुरादाबाद अदालत में हाजरी देने जाना पड़ता है। ऐसे में आजम खान जब प्रेस वालों के सामने आए तो तमाम मामलों को लेकर अपनी भागदौड़ पर उन्होंने इशारों ही इशारों में यूपी की योगी सरकार पर तंज कस दिया और अपने आप को बंदर बता दिया। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही सपा नेता ने दावा किया था कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं। इसका हवाला देते हुए उन्होंने सरकार से Z केटेगरी की सुरक्षा प्रदान किए जाने की मांग की थी। आजम खान ने कहा था कि उनके परिवार को धमकियां मिल रही हैं। यूपी सरकार को उनकी Z सुरक्षा वापस लौटानी चाहिए। उन्होंने कहा था कि वर्तमान में जो Y श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है, उसका कोई औचित्य नहीं है। बता दें कि 2017 से पहले सपा की अखिलेश सरकार के दौरान आजम खान के ठाठ थे, और उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलती थी। किन्तु यूपी में सत्ता बदलने के बाद आजम खान की सुरक्षा घटाकर Y श्रेणी की कर दी गई थी। पूर्व सैनिकों की पेंशन में कब होगा इजाफा ? सरकार ने संसद में दिया जवाब 'अपराध रोकना है तो शराब की जगह भांग और गांजा को दे बढ़ावा', बयान देकर विवादों में घिरे BJP विधायक यूपी में पेट्रोल-डीजल पर नहीं बढ़ेगा VAT.., सीएम योगी के ऐलान से आम आदमी को बड़ी राहत