नई दिल्ली: योगगुरु बाबा रामदेव ने मंगलवार को प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि उनकी आयुर्वेदिक कंपनी पतंजलि ने विदेश कंपनियों के एकाधिकार को चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि हमें स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में देश के लिए बड़ा योगदान देना है. योगगुरु रामदेव ने कहा कि मुझे ये कहते हुए बेहद गर्व महसूस हो रहा है कि हमने दो लोगों से योग सिखाना आरंभ किया था और आज विश्व के 200 देशों में लोग योग कर रहे हैं, ये बड़ी बात है. बाबा रामदेव ने कहा कि हमने देश को आर्थिक समवृद्धि देने के साथ ही पारमार्थिक समवृद्धि भी दी है. आध्यात्मिक और आर्थिक समवृद्धि का यह अभियान पतंजलि का लक्ष्य है. रामदेव ने कहा कि हमने एक बीमार कंपनी को खरीदा. पतंजलि ने सबसे ज्यादा बोली लगाकर इस कंपनी को खरीदा. इसमें 18 विदेशी और भारतीय कंपनियों ने बोली लगाई थी. पतंजलि ने सबसे अधिक बोली लगाकर चार हजार तीन सौ करोड़ रुपये में रुचि सोया को खरीदा और उसके बाद 24.4 फीसद की ग्रोथ से उसका हमने 16318 करोड़ रुपये का वार्षिक टर्नओवर किया. उन्होंने आगे कहा कि 2025 में यूनिलिवर को पछाड़कर पतंजलि FMCG व अन्य क्षेत्रों में भारत की ही नहीं विश्व की एक बड़ी कंपनी बनने वाली है. यह कंपनी ही नहीं, ब्रांड ही नहीं एक आंदोलन बनने वाला है. स्वामी रामदेव ने कहा कि अब हमारा ध्यान रिसर्च पर केंद्रित है. रामदेव ने कहा कि अब तक पतंजलि ने देश के पांच लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया है और आगे भी रोजगार के नए अवसर देगी. अगर इन 6 बैंकों में है आपका जनधन खाता तो जान ले ये जरुरी खबर जी-प्रतिभूतियों में निवेश की सुविधा के लिए आरबीआई ने खुदरा निवेशकों के लिए जारी की नई सुविधा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले CM शिवराज