नई दिल्ली: मोदी कैबिनेट में फेरबदल और विस्तार से पहले पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने बुधवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। सुप्रियो ने सोशल मीडिया पर इसकी पुष्टि करते हुए यह भी कहा कि मंत्री पद जाने से उन्हें दुख पहुंचा हैं, किन्तु उन्होंने इस बात पर खुशी व्यक्त की है कि पश्चिम बंगाल से आने वाले दूसरे साथियों को मंत्रिमंडल में जगह दी जा रही है। उन्होंने इस बात को लेकर भी संतोष प्रकट किया है कि उनपर मंत्री रहते हुए भ्रष्टाचार का काई दाग नहीं लगा। बाबुल सुप्रियो ने फेसबुक पर लिखा कि, ''मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया और मैंने ऐसा ही किया। मैं पीएम का आभारी हूं कि उन्होंने कैबिनेट के सदस्य के रूप में मुझे देश की सेवा करने का मौका दिया।'' केंद्रीय कैबिनेट में बुधवार की शाम को होने वाले फेरबदल व विस्तार से पहले कुछ मंत्रियों ने पद से त्यागपत्र दे दिया, जिनमें केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा, श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबश्री चौधरी जैसे बड़े नाम शामिल हैं। बता दें कि मई 2019 में दुबारा सत्ता में आने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा पहली बार कैबिनेट में फेरबदल व विस्तार किया जा रहा है। सुप्रियो ने कहा कि मैं इस बात से खुश हूँ कि आज मैं भ्रष्टाचार के किसी दाग के बिना जा रहा हूं। मैंने अपनी पूरी शक्ति के साथ अपने क्षेत्र की जनता की सेवा की और आसनसोल के लोगों ने दोबारा सांसद के रूप में वोट देकर मुझपर विश्वास जताया। उन्होने बंगाल से मंत्री बनाए जाने वाले अपने सहयोगियों को शुभकामनाएं दी। आ गई 'टीम मोदी' की फाइनल लिस्ट, केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होंगे ये 43 दिग्गज जानिए कौन हैं अजंता नियोग ? जिन्होंने असम की पहली महिला वित्त मंत्री बनकर रचा इतिहास क्या ममता बनर्जी को छोड़ना होगा बंगाल सीएम का पद ? जानिए क्यों हो सकता है ऐसा