भोपाल/ब्यूरो। कांग्रेस नेता केके मिश्रा का ब्राह्मणों को लेकर विवादित बयान सामने आने के बाद प्रदेश की राजनीती गरमा गई है। आपको बता दे की कांग्रेस मीडिया विभाग अध्यक्ष केके मिश्रा ने ‘ब्राह्मणों’ को गाली देते हुए उन्हें बीजेपी का चमचा तक कह दिया था। इस विवादित बयान पर सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिसके बाद कांग्रेस मीडिया विभाग अध्यक्ष केके मिश्रा को पूर्व सीएम कमलनाथ ने तलब किया है। के.के मिश्रा ने कमलनाथ को अपना स्पष्टीकरण दिया है। केके ने कहा कि यह चर्चा अनौपचारिक थी, जिस दौरान उन्होंने ऐसा कहा गया. बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है। उन्होंने कमलनाथ के सामने मांफी भी मांगी है। बीजेपी ने कांग्रेस और केके मिश्रा पर हमला बोला है। कांग्रेस हिन्दू विरोधी है।-मंत्री विश्वास सारंग वही चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने के.के. मिश्रा पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के किसी भी नेता की तरफ़ से अब तक कोई माफ़ी नहीं आई है। केके मिश्रा भी ग़लत बयान देने के बाद उस पर क़ायम रहे। सोशल मीडिया पर कोई माफ़ीनामा नहीं आया है। मामले को 24 घंटे हो चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ये साफ़ दिखा रहा है कि कांग्रेस हिन्दू विरोधी है। के के मिश्रा का बयान ही पूरी कांग्रेस का आधिकारिक बयान है। कांग्रेस साफ़ तौर पर हिंदुओं के ख़िलाफ़ है। उनकी पार्टी के नेताओं ने अपने बयान से स्पष्ट कर दिया। फूट डालो राजनीति करो कांग्रेस का नारा-अध्यक्ष वीडी शर्मा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस और के के मिश्रा पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का चरित्र आज से नहीं आज़ादी के बाद से ऐसा ही है। अंग्रेजों का खून कांग्रेस की रगों में दौड़ता है। फूट डालो राजनीति करो कांग्रेस का नारा बन चुका है। जाति, समाज और लोगों के बीच भी इसी तरह असंतोष पैदा करते हैं। एक विशेष दल के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना उनकी ख़राब मानसिकता का उदाहरण देता है। उनके दल का उनके बयानों को लेकर चिंता करनी चाहिए। पहली बार नहीं है कांग्रेस लगातार ऐसे बयान देती आ रही है। मंत्रालय में युवक ने लगाई फांसी, डॉ. रमन ने CM बघेल से पूछ डाला ये सवाल राजू श्रीवास्तव को आया था कार्डियक अरेस्ट, इन संकेतों को ना करें अनदेखा किस वजह से मनाया जाता है वर्ल्ड अल्जाइमर डे