बैंकाक: विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज पीवी सिंधू और चौथे स्थान पर काबिज किदांबी श्रीकांत जैसे सीनियर खिलाडिय़ों की गैर मैजूदगी में साइना नेहवाल और एचएस प्रणय के नेतृ्त्व में भारत की युवा टीम को यहां शुरू हो रहे थामस और उबेर कप के फाइनल्स में कड़ी चुनौती से पार पाना होगा. इस विश्व टीम चैम्पियनशिप में भारत का दारोमदार साइना और प्रणय के कंधों पर होगा. बता दें पुरूषों की टीम पिछले आठ साल से थामस कप के क्वार्टरफाइनल में जगह नहीं बना पाई. जबकि भारतीय महिला टीम पिछले दो सत्र में उबेर कप में कांस्य पदक जीतने में कामयाब रही है. पुरूष टीम में विश्व रैंकिंग में नौवें स्थान पर काबिज प्रणय के साथ एकल में सिंगापुर ओपन के विजेता बी साई प्रणीत, स्विस ओपन विजेता समीर वर्मा और विश्व जूनियर रैंकिंग में 10 वें स्थान पर काबिज लक्ष्य सेन है. यहाँ पर प्रणीत ने कहा, ‘‘मुकाबला कठिन है, हमारी टीम युवा है और हम पदक के साथ स्वदेश आ सकते हैं लेकिन हमारा ध्यान पहले फ्रांस को हराने और नाकआउट दौर में जगह पक्की करने पर है ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ फ्रांस की टीम से मुकाबला आसान नहीं होगा. ब्राइस लेवरडेज और लुकास कोरवी अच्छे खिलाड़ी हैं और हम उन्हें हल्के में नहीं ले सकते. अगर हम फ्रांस को हराते है तो क्वार्टरफाइनल में जगह पक्की कर लेंगे और फिर आगे की योजना पर काम कर सकते है. फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में शारापोवा तो धोनी की वजह से चेन्नई को झेलनी पड़ी करारी शिकस्त क्रिकेट मैच के दौरान हुए बम धमाके, 8 की मौत, 50 घायल