टोक्यो ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडल विनर पहलवान बजरंग पूनिया सत्र से पूर्व 26 दिन के अभ्यास शिविर के लिए सोमवार को मॉस्को पहुंच चुके हैं. यहां वे 21 जनवरी तक तैयारी करने वाले है. टोक्यो ओलंपिक के उपरांत बजरंग पहली बार अभ्यास शिविर में हिस्सा लेने वाले है. इंडिया के इस स्टार पहलवान का कहना है कि यह प्रैक्टिस सेशन उनके लिए लाभदायक साबित होगा. उन्हें कई अनुभवी पहलवानों का भी साथ मिलने वाला है. भारतीय पहलवान बजरंग ने रूस से जारी बयान में बोला गया है कि ओलंपिक के उपरांत यह मेरा पहला अभ्यास शिविर है और मुझे उम्मीद है कि यह मेरे लिये बहुत अच्छा होने वाला है. उन्होंने बोला है कि मैंने रूस को इसलिए चुना, क्योंकि उसके पहलवानों ने ओलंपिक खेलों और वर्ल्ड चैंपियनशिप में सबसे अधिक पदक अपने नाम कर लिया है. मुझे अनुभवी पहलवानों के साथ अभ्यास करने का लाभ मिलने वाला है. खेल मंत्रालय के मिशन ओलंपिक सेल (MOC) ने उनके इस बीच के लिये कुल 7.53 लाख रुपये मंजूर किए हैं. बजरंग के साथ जितेंदर उनके अभ्यास के साथी और आनंद कुमार फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में किए गए है. बजरंग को आगे कई प्रतियोगिताओं में भाग लेना है जिनमें यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग प्रतियोगिताएं, बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल और चीन के हांगजोउ में होने वाले एशियाई खेल भी मौजूद है. वहीँ अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने बोला है कि मुझे फरवरी में इटली और तुर्की में रैंकिंग सीरीज में हिस्सा लेना है और फिर अप्रैल में मंगोलिया में एशियाई चैंपियनशिप का आयोजन होने वाला है. मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने जा रहा हूं क्योंकि मुझे पेरिस ओलंपिक 2024 में अपने पदक का रंग बदलना है. वर्ल्ड एथलेटिक्स वुमेन ऑफ द ईयर अवॉर्ड को लेकर बोली अंजू बॉबी- "यह पुरस्कार मिलना सम्मान..." Mission Commonwealth Games: पहलवान बजरंग से लेकर इन खिलाड़ियों को रूस भेजने की तैयारी कोरोना की चपेट में आए टेनिस खिलाड़ी डेनिस, इस तरह दी जानकारी