मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और इसी दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शिंदे ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने केवल मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, जबकि बाला साहेब ठाकरे हमेशा कांग्रेस से दूरी बनाए रखने की बात कहते थे। शिंदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब महा विकास अघाड़ी की सरकार सत्ता में थी, तब वे भी उसका हिस्सा थे। लेकिन वह सरकार बाला साहेब के विचारों के खिलाफ थी। शिंदे ने कहा कि, उन्होंने उद्धव ठाकरे को समझाने की कोशिश की, मगर ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षा के चलते कांग्रेस से हाथ मिलाया। शिंदे ने बताया कि इससे पार्टी को नुकसान होने लगा था और पार्टी खत्म होने की कगार पर आ गई थी। इसीलिए उन्होंने भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बनाई और जनता के लिए काम किया। लोकसभा चुनावों के संदर्भ में शिंदे ने कहा कि शिवसेना को वोट शेयर मिला था और आगामी चुनावों में भी ऐसा ही होगा। उन्होंने खुद को टीम लीडर बताते हुए कहा कि उनकी टीम में सब बराबर हैं और उनका उद्देश्य महायुति सरकार बनाकर राज्य का विकास करना है। एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर कानून-व्यवस्था को लेकर उठे सवालों पर शिंदे ने कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारी निभा रही है। घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और सरकार इस मामले की गहराई में जाकर कार्रवाई करेगी। बारामती और वर्ली सीटों पर चुनाव को लेकर शिंदे ने कहा कि वे किसी भी प्रतिद्वंद्वी को कमजोर नहीं मानते और जनता ही तय करेगी कि कौन जीतेगा। वे अपने काम और विकास के एजेंडे पर चुनाव लड़ेंगे, न कि झूठे नैरेटिव पर। शिवसेना नेता शाइना एनसी के बारे में की गई अपमानजनक टिप्पणी पर शिंदे ने इसे निंदनीय बताते हुए कहा कि यह उनकी विरोधी पार्टी की प्रकृति है, और आगामी चुनाव में महिलाएं उन्हें सबक सिखाएंगी। NDA उम्मीदवार शाइना को उद्धव के सांसद ने कहा इम्पोर्टेड माल, दर्ज हुई FIR 'जनता को मुर्ख बनाने के लिए माफ़ी मांगे कांग्रेस..', खड़गे के कबूलनामे पर बोली भाजपा 'जनता दर्शन' में सीएम योगी ने सुनी लोगों की फरियाद, अफसरों को तुरंत दिए निर्देश