वैसे तो पाकिस्तान में हिन्दू धर्म के मंदिर नही हो सकते। लेकिन बलूचिस्तान की एक पहाड़ी में माँ भवानी का एक अत्यंत प्राचीन मंदिर है जिसे हिंगलाज माता का मंदिर कहा जाता है। ये मंदिर हिंगोली नदी के किनारे पहाड़ियों पर बना हुआ है। इतना ही नही बल्कि नवरात्री में यहाँ नौ दिनों तक माँ भवानी की उपासना भी होती है। जिसे देखने सिन्ध-कराची के लाखों श्रद्धालु यहाँ दर्शनों को आते हैं। इस रूप को देवी दुर्गा के 51 शक्तिपीठों में सबसे प्रमुख माना जाता है। कहा जाता है कि जब भगवान् विष्णु ने सुदर्शन चक्र से माता सती के शरीर के टुकड़े किये थे तो यही आ कर माता सती का सर गिरा था। आपको बता दे कि बलूचिस्तान में इस मंदिर को ‘नानी का मंदिर’ या ‘नानी का हज’ के नाम से भी जाना जाता है। पाकिस्तान के लोग भी इस मंदिर का बहुत आदर करते है। हिन्दुओं में मान्यता है कि भगवान राम भी हिंगलाज भवानी के दर्शन करने गए थे। इस मंदिर में चोरी करने से होती है मन्नत पूरी आखिर क्यों अपनी स्कार्पियो में गाय को बांधकर ले जा रहा है ये शख्स इन बड़ी गलतियों से हुआ बड़ी चीज़ों का अविष्कार