उज्जैन: उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान अब मोबाइल फोन ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह निर्णय मंदिर प्रशासन ने लगातार मोबाइल से वीडियो और रील बनाने की घटनाओं के बाद लिया है। नया नियम गुरुवार, 23 जनवरी 2025 से लागू कर दिया गया है। अब श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में प्रवेश से पहले अपने मोबाइल फोन सुरक्षा गार्ड और मंदिर समिति को जमा करवाने होंगे, उसके बाद ही वे भस्म आरती में शामिल हो सकेंगे। मंदिर के प्रशासक अनुकूल जैन ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। उनका कहना है कि श्रद्धालुओं से बार-बार अपील की गई थी कि वे मंदिर परिसर में मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें और रील बनाना बंद करें। इसके बावजूद यह प्रवृत्ति थमने का नाम नहीं ले रही थी। कुछ श्रद्धालु न केवल मंदिर परिसर, बल्कि महाकाल लोक में भी वीडियो और रील बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर रहे थे, जिससे मंदिर की गरिमा प्रभावित हो रही थी। सुबह 4 बजे होने वाली बाबा महाकाल की भस्म आरती में अब किसी भी श्रद्धालु को मोबाइल के साथ प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि श्रद्धालु अपनी भस्म आरती की अनुमति दिखाने के बाद ही प्रवेश कर सकेंगे और उसके बाद मोबाइल जमा करना अनिवार्य होगा। मंदिर प्रशासन ने बताया कि यह फैसला न केवल श्रद्धालुओं के लिए है, बल्कि उन पुजारियों पर भी जल्द ही निर्णय लिया जाएगा जो गर्भगृह में बाबा महाकाल की भस्म आरती और श्रृंगार की रील बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करते हैं। भस्म आरती के दौरान मोबाइल प्रतिबंध को लेकर कुछ श्रद्धालुओं के लिए यह असुविधा हो सकती है, खासतौर पर वे श्रद्धालु जो अन्य राज्यों या शहरों से आते हैं और अपनी अनुमति मोबाइल पर ही दिखाते हैं। हालांकि, मंदिर प्रशासन का कहना है कि इस नियम से भस्म आरती की गरिमा और शांति बनाए रखने में मदद मिलेगी। मंदिर प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि श्रद्धालु इस निर्णय का सम्मान करेंगे और बाबा महाकाल की भस्म आरती को पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ अनुभव करेंगे। 'विकसित भारत के निर्माण हेतु एकजुट होना होगा..', नेताजी सुभाष की जयंती पर बोले पीएम मोदी छत्तीसगढ़ के आदिवासी परिवार को राष्ट्रपति ने दिया गणतंत्र दिवस समारोह का निमंत्रण नेताजी बोस को 'राष्ट्रपुत्र' घोषित किया जाए..! जयंती पर हाईकोर्ट में याचिका, आज़ाद हिन्द फ़ौज का जिक्र