अलवर। बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार अपनी ओर से कई तरह के प्रयास कर रही है। हालांकि एनसीआर में पटाखों का विक्रय प्रतिबंधित है लेकिन, इसके बाद भी अलवर समेत एनसीआर में पटाखे बिक रहे हैं। हालात ये हैं कि, यहां पर बड़े पैमाने पर औद्योगिक इकाईयां चल रही हैं, जिनके चलते वायुप्रदूषण बढ़ रहा है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 31 अक्टूबर तक एनसीआर क्षेत्र में पटाखों के विक्रय पर रोक लगा दी गई है। इसके बाद भी अलवर जिले में पटाखे बिक रहे हैं। कारोबारियों का मानना है कि, इस तरह की रोक के चलते उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बड़े पैमाने पर पटाखे खरीद लिए थे। अब पटाखा कारोबारी दबे - छिपे तरीके से पटाखों का विक्रय करने में लगे हैं। कई पटाखा गोदाम में मौजूद पटाखों के उपयोग में न लाए जाने के कारण कारोबारियों को जमकर नुकसान हुआ है। हालांकि इससे बचने के लिए, कारोबारी होम डिलीवरी सर्विस देने में लगे हैं। कुछ लोग पटाखों का विक्रय तय क्षेत्र में न होने से मायूस हैं उनका कहना है कि, इस तरह से तो दिवाली फीकी ही रहेगी। दूसरी ओर कुछ क्षेत्रों में खुले में पटाखों का विक्रय हो रहा है। इससे प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। एक मंदिर ऐसा भी, जहां है कांच का श्रीयंत्र और लोगों के उपर से निकल जाता है गायों का झुंड दीपो का त्यौहार- दीपावली