प्रदेश के सभी अभयारण्य पर्यटकों के लिए बारिश में चार महीने तक बंद रहेंगे. प्रदेश सरकार ने अभयारण्य में पर्यटकों के आगमन पर एक जुलाई से लेकर 31 अक्टूबर तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है. दअरसल सुरक्षा संबंधी कार्यों के लिए अभयारण्य को कुछ महीनों के लिए बंद किया जा रहा है. अभयारण्य में पर्यटकों के प्रतिबंध को लेकर कर्मचारियों का कहना है कि बारिश के दौरान अभयारण्य के पोखर, नाले और तालाब में पानी अधिक रहता है. बारिश के दौरान सड़कों की हालत भी खराब रहती है. इसलिए भी अभयारण्य में पर्यटकों के लिए सुरक्षा का खतरा भी उत्पन्न हो जाता है. इस स्थिति से बचने के लिए प्रत्येक वर्ष बारिश के मौसम में पर्यटकों का प्रवेश प्रतिबंधित रहता है. बारिश के मौसम में पर्यटकों के प्रवेश को वर्जित करने के पीछे एक वजह ये भी है कि बारिश के समय में वन्य प्राणियों और जीव-जंतुओं का प्रजनन काल होता है. वन्य प्राणी खुले तौर पर विचरण कर सके. इस लिए बारिश के समय पर्यटकों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया जाता है, जिससे कि वन्य प्राणी विचलित न होते. एक अक्टूबर से अभयारण्य खोलने के लिए सरकार को पत्र भी लिखा जा चुका है. कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के लिए जिला प्रवक्ताआें को जिम्मेदारी सौंपी छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में भारी बारिश का अनुमान सांसद ने अपने बेटे के बुरे बर्ताव पर माफी मांगी