वार्थूर झील में नज़र आया झाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दिए निर्देश

बेंगलुरु। बेंगलुरू की वार्थूर झील मे अचानक झाग की मौजूदगी देखकर लोग आश्चर्य में पड़ गए। बेलंदूर झील के ही साथ वार्थूर झील से झाग निकलने की जानकारी सामने आई। इससे लोगों में विस्मय फैल गया। लोगों का प्रारंभिकतौर पर यह मानना था कि प्रदूषण के कारण ऐसा हुआ है। हालांकि इस मामले में विशेषज्ञों द्वारा जांच की गई है। मामला कर्नाटक सरकार और कर्नाटक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जांच के दायरे में लिया गया।

मिली जानकारी के अनुसार बेलंदूर झील के ही साथ वार्थूर झील से झाग निकला। इतना ही नहीं बेलंदूर झील में आगजनी की जानकारी भी सामने आई। बेलंदूर व वार्थूर झील के समीप लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार बेलंदूर झील को लेकर कर्नाटक सरकार द्वारा कड़ा निर्णय लिया गया है। गौरतलब है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यून द्वारा पहले ही बेलंदूर झील को लेकर यह आदेश दिया जा चुका है कि यहां पर झील के आसपास रिहायशी क्षेत्रों का निर्माण न किया जाए।

गौरतलब है कि कर्नाटक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसपीसीबी द्वारा बेलंदूर झील को प्रदूषित करने वाली लगभग 76 औद्योगिकी इकाई को बंद करने संबंधी बात कही गई। दरअसल न्यायालय ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को आदेश दिए कि वे औद्योगिक इकाईयों को बंद करने के लिए आवश्यक कदम उठाऐं। गौरतलब है कि कर्नाटक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष लक्ष्मण पहले ही कह चुके हैं कि झील को लेकर प्रदूषणकारी तत्व बढ़ने की जानकारी सामने आई।

यहां मौजूद लगभग 76 उद्योगों को बंद करने का आदेश दे दिया गया है। इन औद्योगिक इकाईयों को शुक्रवार को बंद कर दिया गया। गौरतलब है कि बोर्ड द्वारा झील के दायरे में 157 अपार्टमेंट को निर्देश दिया गया कि वे गंदे पानी को झील में जाने से रोका जा सकता है मगर इसके लिए जलमल शोधन यंत्र लगाए जाने की जरूरत है। इस मामले में अपार्टमेंट्स प्रबंधन को निर्देश दिए गए थे। अब कड़ाई से नियमों का पालन करवाया जाएगा जिससे झील में प्रदूषण न हो। झील का परिक्षेत्र 910 एकड़ के करीब बताया जा रहा है।

 

 

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