थाइलैंड: थाइलैंड ने हत्या के जुर्म में मौत की सजा पाए 26 वर्षीय एक युवक की सजा को मंजूरी दे दी है. बता दें की 2009 के बाद मौत की सजा को अंजाम तक पंहुचाने का उसके बाद यह दूसरा मामला है. यहाँ के डिपाटर्मेंट ऑफ करेक्शन्स ने यह जानकारी बताई है. यहाँ पर 1935 से अब तक 325 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई है. साथ ही इस मामले में मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इस कदम की आलोचना की है. छब्बीस साल के थीरासक लोंगजी को त्रांग प्रांत में हत्या का दोषी बताया गया था. सजा सुनाए जाने के छह साल बाद आरोपी को लीथल इंजेक्शन लगा कर मौत की नींद में ऱख दिया गया था. गौरतलब है कि थीरासक लोंगजी पर आरोप था कि उसने एक 17 साल के एक लड़के द्वारा अपना मोबाइल लिए जाने पर उसे उसके बुरी तरह से पीटा था. जिस वजह से उसकी मौत हो गई थी. इस मामले पर थीरासक के खिलाफ सामाज में काफी विरोध शुरू हो गया था. जिसके बाद कोर्ट द्वारा थीरासक को मौत की सजा दे दी गई थी. न्याय मंत्रालय के डिप्टी परमानेंट सेक्रेटरी टी थाईकेव ने बताया ‘‘हमारे यहां अभी भी मृत्युदंड का प्रावधान है हमने इसे अभी रद्द नहीं किया है.’’ चीन में बॉलीवुड फिल्मो के सबसे बड़े दीवाने है चीनी राष्ट्रपति सऊदी अरब की सरकार क्यों हुई इस सर्कस से खिलाफ? अमेजन से लेकर फ्लिपकार्ट तक ऑनलाइन मिल रही हैं ‘ब्राह्मण गाय’