एक रात में 14 हिन्दु मंदिरों पर हमला, मूर्तियां तोड़ीं.., अभी तक कोई गिरफ़्तारी नहीं

ढाका: इस्लामी मुल्क बांग्लादेश में हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों पर लगातार हमले बढ़ते जा रहे हैं। अब पश्चिमोत्तर बांग्लादेश के 14 मंदिरों में तोड़फोड़ किए जाने का मामला सामने आया है। मंदिरों पर हमला कर प्रतिमाओं को खंडित कर दिया। कुछ मंदिरों की मूर्तियाँ स्थानीय तालाब में पड़ी हुईं मिली हैं। घटना शनिवार (4 फरवरी) रात की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन मंदिरों पर हमला हुआ, वो ठाकुरगाँव जिले के बलियाडाँगी उपजिला में स्थित हैं। यहाँ धनतला यूनियन के सिंदूरपिंडी इलाके में 9 मंदिरों, परिया यूनियन के कॉलेजपाड़ा इलाके में 4 मंदिरों और चरोल यूनियन के शाहबाजपुर नाथपारा इलाके में स्थित 1 मंदिर में तोड़फोड़ मचाई गई है। 

 

बलियाडाँगी उपजिला के हिंदूवादी संगठन के नेता विद्यानाथ बर्मन ने बताया है कि, 'अज्ञात बदमाशों ने रात में 14 मंदिरों में तोड़फोड़ मचाई। पिछले कई महीनों से बंग्लादेश में हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों को निरंतर टारगेट किया जा रहा है। कुछ मूर्तियाँ मंदिर में ही नष्ट कर दी गईं हैं। वहीं कुछ प्रतिमाओं को मंदिरों के पास स्थित तलाब में फेंक दिया गया है। मंदिरों पर हमला करने वाले अब तक पकड़े नहीं गए हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।'

एक अन्य हिंदूवादी नेता एवं यूनियन परिषद के प्रमुख समर चटर्जी ने कहा है कि इस क्षेत्र में पहले कभी कोई ऐसी वारदात नहीं हुई। इस इलाके को धार्मिक सद्भाव के लिए जाना जाता था। मुस्लिमों का हिंदुओं से कोई झगड़ा नहीं है। किन्तु, जिस प्रकार से हमले हुए हैं, उसे देखकर ऐसा लगता है कि उपद्रवियों ने बड़ी तादाद में एकजुट होकर वारदातों को अंजाम दिया है। जिला पूजा उत्सव परिषद के महासचिव तपन कुमार घोष ने सिंदूरपिंडी इलाके के हरिबसर मंदिर का मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर में हुई तोड़फोड़ और खंडित प्रतिमाओं  को देखते हुए दुःख प्रकट किया। 

उन्होंने कहा है कि, 'यह बेहद दुखद और भयावह है। हम इस घटना की निष्पक्ष जाँच की माँग करते हैं।' सिंदूरपिंडी इलाके के रहने वाले काशीनाथ सिंह ने मीडिया से कहा कि, 'हम दहशत में हैं। इस घटना में शामिल लोगों को जल्द से जल्द अरेस्ट किया जाना चाहिए।' मंदिर में हमले को लेकर ठाकुरगाँव के पुलिस अधीक्षक (SP) मोहम्मद जहाँगीर हुसैन ने बताया है कि ऐसा लग रहा है कि यह हमला देश की शांति और सौहार्द को भंग करने के लिए एक सोची-समझी साजिश के मुताबिक किया गया है। इस घटना में शामिल लोगों की शिनाख्त करने का प्रयास किया जा रहा है। हमलवारों को जल्द ही अरेस्ट कर लिया जाएगा।

बता दें कि बीते कुछ दिनों से बांग्लादेश में हिंदुओं पर निरंतर हमले हो रहे हैं। साल 2022 में इस्लामवादियों ने 319 मंदिरों में हमला किया था। वहीं, 51 मंदिरों की जमीन पर कब्जे के मामले सामने आए हैं। यही नहीं, एक रिपोर्ट के अनुसार, गत वर्ष 66 हिंदू महिलाओं का बलात्कार, 154 हिंदुओं का क़त्ल और 333 लोगों को जबरन गौमांस खिलाने की घटनाएँ भी दर्ज की गई हैं। इसके अलावा सैकड़ों घटनाएं ऐसी भी हैं, जो दर्ज ही नहीं की गईं। बता दें कि, इस बांग्लादेश को पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों से भारतीय सेना ने ही बचाया था और आज उसी बांग्लादेश में कट्टरपंथी लोग, हिन्दुओं और उनके मंदिरों पर हमला कर रहे हैं। 

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