ढाका: बांग्लादेश के चटगाँव में हाल ही में हिंदू संगठनों ने इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ लाल दीघी मैदान में एक बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया था। अब, बांग्लादेश की यूनुस सरकार ने इन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी पुलिसिया कार्रवाई शुरू कर दी है, जिसमें देशद्रोह के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इस प्रदर्शन का आयोजन करने वाले संगठन सनातन जागरण मंच (SJM) के 19 सदस्यों के खिलाफ पुलिस ने देशद्रोह के आरोप में FIR दर्ज की है। यह मामला 30 अक्टूबर 2024 को दर्ज किया गया, जिसमें संगठन के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण ब्रह्मचारी और इस्कॉन के पुजारी लीलराज दास ब्रह्मचारी समेत कई अन्य लोगों के नाम शामिल हैं। फिरोज खान नामक व्यक्ति की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई। खान ने हिंदुओं पर आरोप लगाया कि उन्होंने चटगाँव के न्यू मार्केट चौराहे पर भगवा झंडा लगाकर बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया है। इस आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया और भगवा झंडा भी हटवा दिया। देशद्रोह के आरोपों के तहत दो हिंदुओं, राजेश चौधरी और हृदय दास, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके चलते चटगाँव के चेरागी पहाड़ चौराहे पर हिंदू समुदाय ने विरोध मार्च निकाला। सनातन जागरण मंच ने पूरे बांग्लादेश में 65 जिलों में प्रदर्शन करने की घोषणा भी की है, जो 1 नवंबर को होगा। 25 अक्टूबर को हुए प्रदर्शन में हिंदू समुदाय ने आठ प्रमुख मांगें रखीं, जिनमें अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामलों की त्वरित सुनवाई, मुआवजा और पुनर्वास, अल्पसंख्यक संरक्षण अधिनियम, हिंदू कल्याण ट्रस्टों को उन्नत करना, संपत्ति संरक्षण कानूनों का उचित कार्यान्वयन, शैक्षणिक संस्थानों में पूजा स्थलों का निर्माण, संस्कृत और पाली शिक्षा बोर्ड का आधुनिकीकरण, और दुर्गा पूजा पर पांच दिन की छुट्टी शामिल हैं। इस बीच, बांग्लादेश की सरकार ने हाल ही में यह आदेश भी दिया है कि 15 जुलाई से 8 अगस्त के बीच हुए विरोध प्रदर्शनों में शामिल लोगों को किसी भी सजा से मुक्त रखा जाएगा। दूसरी ओर, हिंदू समुदाय के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर कठोर कार्रवाई जारी है। जम्मू-कश्मीर के भाजपा विधायक देवेंदर सिंह राणा का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक 'सपा सिर्फ यादवों का काम करती है, मुस्लिमों का नहीं..', अखिलेश पर किसका आरोप? भारत का सबसे स्वच्छ शहर..! वहां भी हवाओं में घुला जहर, AQI 400 के पार