नई दिल्ली: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने भारत के साथ देश के रिश्तों को मजबूत और बेहद नजदीकी बताया है। उन्होंने यह बयान ढाका में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री से मुलाकात के पश्चात् दिया। हालांकि, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे हमले और सरकार की पाकिस्तान से बढ़ती नजदीकी को लेकर सवाल उठ रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेश ने पाकिस्तान के साथ न केवल आर्थिक बल्कि सैन्य सहयोग भी बढ़ाया है। पाकिस्तान से 40 टन आरडीएक्स, 28,000 उच्च तीव्रता वाले प्रोजेक्टाइल, 2,000 टैंक शेल और 40,000 आर्टिलरी राउंड की खरीद की खबरें सामने आई हैं। इसके अतिरिक्त, 25,000 टन चीनी का ऑर्डर भी दिया गया है। पाकिस्तानी मूल के व्यवसायी एवं पाकिस्तान मामलों के विशेषज्ञ साजिद तरार ने भारत को सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश-पाकिस्तान की इस बढ़ती नजदीकी के बीच सीमा के पास ‘अल-जिहाद… अल-जिहाद’ के नारे लगाए जा रहे हैं, जो भारत के लिए गंभीर चिंता का विषय है। तरार ने बताया कि मोहम्मद यूनुस ने पाकिस्तानियों के लिए बांग्लादेश में वीजा नियमों को आसान बना दिया है। पहले किसी पाकिस्तानी नागरिक को वीजा हासिल करने के लिए एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) अनिवार्य था, लेकिन अब इस शर्त को हटा दिया गया है। इससे इस्लामी आतंकी आसानी से बांग्लादेश में प्रवेश कर सकते हैं और फिर भारत की सीमा पार कर सकते हैं। तरार ने बीएनपी (बांग्लादेश नेशनल पार्टी) के पिछले शासनकाल के चलते आतंकवादी गतिविधियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 1991 से 1996 और फिर 2001 से 2005 तक के बीएनपी शासन में लश्कर-ए-तैयबा, मसूद अजहर तथा सज्जाद अफगानी जैसे आतंकी बांग्लादेश के रास्ते भारत में घुसे थे और मुंबई हमलों को अंजाम दिया था। डेविड हेडली और तहव्वुर राणा जैसे आतंकियों के भी बांग्लादेश से करीबी संबंध थे। हेडली और राणा ने मुंबई हमलों के लिए रेकी की थी। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी उस समय बांग्लादेश में खुलेआम घूम रहे थे। तरार ने कहा कि इन सभी घटनाओं के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का हाथ है। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि बांग्लादेश अब कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ समर्थन दे सकता है। साजिद तरार ने सुझाव दिया कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ और अधिक सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा को और मजबूत किया जाना चाहिए। हालांकि, मोहम्मद यूनुस ने भारत के साथ मजबूत रिश्तों की बात की है, किन्तु बांग्लादेश में हो रहे राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन, पाकिस्तान से बढ़ते संबंध एवं आतंकी गतिविधियों की बढ़ती आशंकाओं ने भारत को सतर्क कर दिया है। राहुल को मटन बनाना सिखाया, लेकिन भरोसा नहीं दिखाया...! INDIA नेतृत्व पर क्या बोले लालू? बिजली के तारों के पास खेल रहे थे बच्चे, माँ के आते ही 3 की-मौत सहेली पर आया लड़की का दिल, उठा लिया ऐसा कदम कि मच गया कोहराम