बैंक में हुई करोडो की हेरा-फेरी, 190 जगह पर सीबीआई ने मारा छापा 40 केस दर्ज

हाल ही नई दिल्ली का एक मामला सामने आया है जिसमे करोड़ो की की गई है. वही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की बैंक धोकेबाज़ी के सिलसिले में देश के 190 स्थानों पर छापेमारी की गई है. जंहा सरकारी क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक बैंकों में हुई उलट-पुलट के मामले में 42 केस दर्ज करने के बाद यह जाँच-पड़ताल की गई है. वही सीबीआई के एक हजार अधिकारियों ने 16 राज्यों में छापेमारी कर इस मुद्दे में साबुत जुटाए है.

इसी दौरान मिली जानकारी के मुताबिक सरकारी क्षेत्र के 15 बैंकों में हुई धोखेबाज़ी के मामले में बीते मंगलवार की सुबह से शुरू हुई छानबीन दिनभर चली. वही सीबीआई टीम ने इस मुद्दे से संबंधित कई लोगों से इस बारे में पूछताछ भी की. जंहा सीबीआई ने बताया कि यह इस साल एजेंसी की सबसे बड़ी छापेमारी है. वही कम से काम चार मामले ऐसे हैं, जिनमें एक हजार करोड़ से ज्यादा की राशि लेकर ककी गई है.

सबसे ज्यादा छापे महाराष्ट्र: में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा 58 ठिकानों पर महाराष्ट्र में छापेमारी का मामला दर्ज हुआ है. वही इसके अलावा पंजाब में 32, तमिलनाडु और मप्र में 17-17, यूपी में 15, दिल्ली में 12, कर्नाटक में छह, आंध्र प्रदेश, गुजरात और हरियाणा में 5-5, केरल, तेलंगाना, दादरा और नागर हवेली में 4-4, चंडीगढ़, उत्तराखंड और प. बंगाल में दो-दो जगहों पर छापेमारी हो चुकी है. इन बैंकों में धोखाधड़ी भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, आंध्र बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, इंडियन ओवरसीज बैंक, इलाहाबाद बैंक, केनरा बैंक, देना बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, सेंट्रल बैंक, यूनियन बैंक, आईडीबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ इंडिया.

गलत दस्तावेजों के जरिए की गई धोखा-धड़ी: ऐसा कहा जा रहा है कि सीबीआई ने एडवांटेज ओवरसीज के श्रीकांत भासी, दिनेश अर्कोट सेल्वराज, मनीष सिंह, गगन शर्मा और जीजो जॉन के खिलाफ गलत दस्तावेजों के जरिये एसबीआई, भोपाल से छह हजार करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधा लेने का मुद्दा दर्ज करवाया है. वही कंपनी 1266 करोड़ का घाटा होने से बकाया भुगतान नहीं दे सकी. जानकारी है कि वहीं, एनर्जो इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट और इसके चेयरमैन सुजीत दास, एमडी डीवी सिंह और निदेशक जया सिंह के खिलाफ गलत दस्तावेजों से 1290 करोड़ का क्रेडिट लिमिट लेने के मामले में मुद्दा दर्ज किया गया है. यदि बात की जाए सूत्रों कि तो वहीं, श्रीनाथजी रोलर फ्लोर मिल व इसके निदेशकों अमरचंद गुप्ता, रामलाल गुप्ता, राजकुमार गुप्ता और शकुंतला देवी के खिलाफ आंध्र बैंक से लिए गए 149.76 करोड़ रुपये के कर्ज का गलत तरीके से उपयोग करने के मामले केस दर्ज किया है. इसके अलावा बैंक ऑफ महाराष्ट्र में एसईएल मैन्युफैक्चरिंग के 113.55 करोड़, देना बैंक में एस्के किंट के 42.16 करोड़ और केनरा बैंक में कृष्णा किंटवेयर टेक्नोलॉजी के 27 करोड़ की धोखाधड़ी का भी मुद्दा बताया जा रहा है.

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