सैलरी में बढ़ोत्तरी के साथ 5 दिन के कामकाजी हफ्ते की मांग को लेकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी अगले महीने भी तीन दिन की हड़ताल कर सकते हैं। इसकी अलावा बैंक यूनियनों की यह हड़ताल उनकी योजना के अनुरूप होती है तो कई बैंक लगातार छह दिन तक बंद रह सकते है। इससे एटीएम सहित कई तरह की बैंकिंग सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। वही सरकारी बैंकों के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 31 दिसंबर और एक जनवरी को हड़ताल कर चुके हैं। इसके अलावा बैंक एम्पलॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI) और ऑल इंडिया बैंक एम्पलॉइज एसोसिएशन (AIBEA) के अनुसार वेतन संशोधन को लेकर इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के साथ बातचीत विफल रहने के बाद बैंक कर्मचारी 11 से 13 मार्च तक तीन दिन तक हड़ताल कर सकते है। 10 मार्च को होली, 14 को दूसरा शनिवार बैंकों से जुड़े यूनियनों के इस ऐलान पर अगर अमल होता है तो पब्लिक सेक्टर बैंक लगातार छह दिन बंद रह सकते है । बैंक यूनियनों ने 11 मार्च से हड़ताल का आह्वान किया है। उससे एक दिन पहले यानी 10 मार्च को होली के चलते देश के अधिकतर हिस्सों में बैंक बंद रहेंगे। इसके अलावा बैंक कर्मचारियों की हड़ताल 13 मार्च तक चलेगी। 14 मार्च को दूसरे शनिवार होने के कारण बैंक बंद रहेंगे। वही 15 मार्च को रविवार होने के कारण बैंकों में कोई कामकाज नहीं होगा। इस तरह पब्लिक सेक्टर बैंकों में 10 मार्च से 15 मार्च तक कोई काम नहीं होगा। वही इससे बैंकिंग व्यवस्था एवं कारोबार पर बेहद प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। निजी क्षेत्रों में होगा कामकाज हालांकि, Axis Bank, ICICI Bank और HDFC Bank जैसे पब्लिक सेक्टर बैंकों में हड़ताल नहीं हो सकती है । यदि यह प्रस्तावित हड़ताल बैंक यूनियनों की तय योजना के अनुसार होती है तो साल में तीसरा मौका होगा, जब बैंक कर्मचारी हड़ताल पर होंगे। बैंक कर्मचारियों ने 31 जनवरी-एक फरवरी की हड़ताल से पहले आठ जनवरी को देशव्यापी भारत बंद में हिस्सा लिया था। एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी बैंक यूनियनों ने कहा है कि अगर उनकी मांगों को नहीं पूरा किया जाता है तो वे एक अप्रैल से देशभर में अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। बैंक कर्मचारियों के वेतन में संशोधन नवंबर 2017 से लंबित है क्योंकि इस बारे में हुई बातचीत अब तक विफल रही है। 5 डे वर्किंग की मांग बैंक यूनियन 5 डे वर्किंग को लागू करने की भी मांग कर रहे हैं। आईबीए ने इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा है कि किसी भी और देश के मुकाबले भारत में पहले से ही सबसे ज्यादा पब्लिक होलीडेज हैं। आईबीए के अनुसार बैंकों को रविवार के साथ सभी शनिवार के दिन बंद करने से आम लोगों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। बैंक यूनियन्स की अन्य मांगों में स्पेशल अलाउएंस को मूल वेतन में शामिल करने, नई पेंशन योजना को खत्म करने एवं पारिवारिक पेंशन को बेहतर बनाने जैसी मांगे मौजूद हैं। वित्त मंत्रालय : कम-से-कम 80 फीसद करदाता अपना सकते है नई कर व्यवस्था Petrol-Diesel Price Today: पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी, जानिये क्या रही कीमत क्या 7 अरब रुपए चुका पाएंगे अनिल अंबानी ? ब्रिटेन कोर्ट ने सुनाया ये फरमान