नई दिल्ली: बैंककर्मियों की 28 फरवरी को प्रस्तावित हड़ताल से सार्वजनिक बैंकों में सामान्य कामकाज प्रभावित होने की आशंका है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) की अगुवाई में बैंककर्मियों की यूनियनों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। एसबीआई, पीएनबी एवं बैंक ऑफ बड़ौदा सहित ज्यादातर बैंकों ने प्रस्तावित हड़ताल के बारे में अपने ग्राहकों को सूचित किया है और कहा है कि हड़ताल हुई तो उनकी शाखाओं और कार्यालयों में कामकाज प्रभावित होगा। हालांकि प्राइवेट सेक्टर के आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, ऐक्सिस बैंक तथा कोटक महिंद्रा बैंक में कामकाज सामान्य रहने की संभावना है। सिर्फ चेक क्लियरिंग का काम प्रभावित हो सकता है। यूएफबीयू नौ प्रमुख यूनियनों का शीर्ष संघ है, लेकिन भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध नैशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स तथा नैशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स इस हड़ताल में भाग नहीं ले रहा। ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज असोसिएशन (एआईबीईए) के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा कि 21 फरवरी को मुख्य श्रम आयुक्त के यहां हुई सुलह वार्ता विफल रही। बैंक प्रबंधन की अगुवाई कर रहे इंडियन बैंक्स असोसिएशन ने मांगों पर शर्तों पर सहमति नहीं जताई। उन्होंने कहा कि यूनियनों की मांगों को कोई समाधान नहीं निकल रहा है, इसलिए यूएफबीयू ने 28 फरवरी को हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। गौरतलब है कि देश में 27 सार्वजनिक बैंकों का कुल कारोबार में लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा है। और पढ़े- बच्चों को वॉशिंग मशीन में देख उड़े मां के होश मोदी ने शुरू किया ‘‘स्वच्छ अखबार’ अभियान प्रचार के दौरान बरतें ‘आत्मसंयम’: चुनाव आयोग